रांची, प्रेम ने एक बार फिर दीवानगी की हदें लांघ दी है। इस बार मजहब की दीवार तोड़ते हुए हिंदू लड़के के प्यार में पागल हुई मुस्लिम लड़की ने झारखंड से भागकर बिहार में जाकर शादी रचाई है। लड़की हजारीबाग की रहने वाली है। जबकि लड़का बेगूसराय का निवासी है। मंदिर में हुई इस शादी की पूरे इलाके में चर्चा है। वर पक्ष की ओर से लड़के के परिवार वाले भी इस शादी समारोह के गवाह बने।
लड़का और लड़की दोनों को करीब दो साल से जानते थे। साथ काम करने के दौरान उनके बीच पहले दोस्ती हुई और फिर उनके बीच प्यार हो गया। बीते दिन झारखंड के हजारीबाग की रहने वाली साहेला परवीन अपने घर से भागकर बेगूसराय, बिहार लड़के के घर पहुंच गई। इसके बाद लड़के के घरवालों ने दोनों की हिंदू रीति रिवाज के साथ नौलखा मंदिर में शादी कराई।
जानकारी के मुताबिक हिंदू लड़के से शादी रचाने के बाद साहेला परवीन अब शालिनी बन गई है। मजहब की दीवार तोड़कर एक-दूसरे के संग सात फेरे लेने के बाद यह प्रेमी जोड़ा काफी सुकून महसूस कर रहा है। इनके बीच पहले दोस्ती फिर प्यार हुआ तो धर्म-संप्रदाय के बंधन को दोनों ने तोड़ फेंका। झारखंड के हजारीबाग की रहने वाली इस मुस्लिम लड़की ने बिहार के बेगूसराय के रहने वाले हिंदू लड़के सोहन से शादी कर ली।
मुस्लिम लड़की और हिंदू लड़के के प्रेम विवाह के साक्षी बने लोगाें ने इसे समाज के लिए मिसाल बताया। नौलखा मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से दोनों की शादी के दौरान मौके पर बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद रहे। यह शादी पूरे इलाके में खास चर्चा का विषय बन गया है। मुस्लिम लड़की साहेला परवीन उर्फ शालिनी झारखंड के हजारीबाग जिले की निवासी है।
बताया गया है कि साहेला परवीन ने खुशी-खुशी शालिनी कुमारी बनना स्वीकार कर लिया है। वह अब बेगूसराय जिले के फुलवड़िया थाना क्षेत्र के निपानिया गांव के निवासी सोहन कुमार की पत्नी बन गई है। सोहन करीब दो साल पहले हजारीबाग में नॉन- बैंकिंग कंपनी में काम करता था। इस दौराना पहले दोनों में दोस्ती हुई और फिर उनका प्यार परवान चढ़ा। साहेला परवीन एक दिन पहले ही सोहन के साथ हजारीबाग से बेगूसराय पहुंची थी।
नौलखा मंदिर में हुई इस शादी में लड़के के परिवार वाले शरीक हुए। इस शादी में एक सामाजिक संगठन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। शादी के बाद नवविवाहिता शालिनी और उसके प्रेमी सोहन ने कहा कि शादी को मान्यता देने के लिए वे औपचारिक रूप से कोर्ट मैरेज करेंगे। सामाजिक संगठन की ओर से कहा गया कि युवक सोहन ने उनसे अंतर धार्मिक विवाह कराने के लिए संपर्क साधा। पूरे मामले की तफ्तीश के बाद प्रेमी जोड़े को की शादी कराने में संस्था ने भरपूर सहयोग दिया।