कोलकाता: चुनावी राज्य पश्चिम बंगाल में सौरव गांगुली चर्चा का विषय बने हुए हैं. अब ये अटकलें तेज हैं कि सौरव गांगुली 7 मार्च को कोलकाता में होने वाली पीएम नरेंद्र मोदी की रैली में हिस्सा ले सकते हैं. इस पर अभी तक ‘दादा’ की तरफ से कोई बयान नहीं आया है. साथ ही उनके परिवार और दोस्त भी चुप हैं.
इस बीच बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष दिलीप घोष ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, “हमारे पास कोई जानकारी नहीं है, आपके पास हो सकता है.” गौरतलब है कि गांगुली को लेकर बंगाल में ये चर्चा होती रही है कि वे अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत कर सकते हैं. उनके बीजेपी में जाने की अटकलें भी लगती रही हैं. क्योंकि राज्य में इसी महीने से विधानसभा चुनाव शुरू हो रहे हैं, ऐसी स्थिति में इन अटकलों को और बल मिल जाता है. हालांकि अभी तक स्थिति साफ नहीं है.
इससे पहले बीजेपी प्रवक्ता शामिक भट्टाचार्य ने कोलकाता में कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अगर कार्यक्रम में हिस्सा लेना चाहते हैं और उनका स्वास्थ्य और मौसम संबंधी परिस्थितियां इसकी इजाजत देते हैं तो उनका स्वागत है. उन्होंने कहा, “हम जानते हैं कि सौरव फिलहाल आराम कर रहे हैं. अगर वह कार्यक्रम में आने की सोचते हैं और उनका स्वास्थ्य तथा मौसम अनुकूल रहता है तो उनका बहुत स्वागत है. अगर वह आते हैं तो हमें लगता है कि उन्हें यह पसंद आयेगा. वहां मौजूद लोगों को भी अच्छा लगेगा. लेकिन इस बारे में (कार्यक्रम में शामिल होने के बारे में) हम नहीं जानते. यह फैसला उन्हें करना है.”
दिलचस्प है कि अभी तक भले ही सौरव गांगुली ने अपने पत्ते नहीं खोले हों लेकिन जनता ने एक राय जरूर बना ली है. कई सर्वे में लोगों ने कहा कि ‘दादा’ को राजनीति में आ जाना चाहिए. यहां तक की कुछ लोग पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद गांगुली को मुख्यमंत्री के रूप में भी देखना चाहते हैं.