Chandil,2 March. सरायकेला खरसवां जिला स्वास्थ्य, शिक्षा, पेयजल इत्यादि मूलभूत सुविधाओं के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है। अर्जुन मुंडा के कार्यकाल में यहां विकास ने रफ्तार पकड़ी जो कालांतर में हाशिये पर ढकेल दी गयी है।कई सरकारें आई और चली गईं। सरकारें बदलती रहीं लेकिन इस जिले की सूरत नहीं बदली। विकास के मामले में पिछड़ेपन का शिकार हो चुके सरायकेला खरसवां जिले में अभी भी सैकड़ों गांवों में स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध नहीं है। जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था के नाम पर एकमात्र सरायकेला सदर अस्पताल है। इसके अलावा काम चलाऊ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हैं जहां न पर्याप्त चिकित्सक हैं और न ही दवा उपलब्ध रहतीं है, इसलिए इन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को काम चलाऊ ही कहा जा सकता है।
अब स्वास्थ्य मंत्री बनने गुप्ता को जब 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति , सरायकेला – खरसवां की जिम्मेवारी और प्रभार सौंपा गया है तब जिले के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ – साथ आम लोगों में खुशी देखने को मिल रही हैं। अब सरायकेला खरसवां वासियों में विकास की आस जगी है। लोग काफी उत्साहित हैं और उम्मीद जताई जा रही हैं कि जिले का चहुंमुखी विकास होगा। जिलावासियों की ओर से मंत्री बन्ना गुप्ता को खूब बधाई और शुभकामनाएं दी जा रही हैं। लोग अपने क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान देने का आग्रह भी कर रहे हैं।
जिलावासियों की इस खुशी और आशा के पीछे कारण यह भी है कि आदिवासी समाज कल्याण व परिवहन मंत्री चंपई सोरेन भी इसी जिले से आते हैं। अब सरायकेला खरसवां जिले में सरकारी योजनाओं की निगरानी दो मंत्री करेंगे। दोनों ही मंत्री जनसमस्याओं को लेकर कार्रवाई करेंगे। लोगों को उम्मीद है कि क्षेत्र के विकास के साथ साथ सूबे के स्वास्थ्य मंत्री स्वास्थ्य विभाग को दुरुस्त करेंगे जिससे वर्षों में लंबित मामलों का निपटारा होगा। बन्ना गुप्ता के प्रयासों से चांडिल में अनुमंडल स्तरीय 100 बेड अस्पताल चालू होने की संभावना व्यक्त की जा रही है। बता दें कि ढेड़ दशक पहले ही 100 बेड क्षमता वाली यह अस्पताल भवन बनकर तैयार है।एयर कंडीशनर कमरे में नहीं जमीन पर बनेगी योजनाएं : बन्ना गुप्ता
मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि सरकारी कार्यालयों के एयर कंडीशनर कमरे में विकास की योजनाएं नहीं बनेगी ,बल्कि जनता के बीच जमीन पर बैठकर बनेगी। मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन व केबिनेट की ओर से उन्हें सरायकेला खरसवां व धनबाद जिला की जिम्मेवारी मिली है। जिम्मेवारी मिलने के साथ ही इन दोनों ही जिलों में चल रही विकास योजनाओं की गति में तेजी लाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई हैं। सिलसिलेवार बैठक कर योजनाओं की समीक्षा होगी और 20 सूत्री क्रियान्वयन समिति का विस्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जनसमस्याओं के समाधान को लेकर हेमंत सरकार प्रतिबद्ध हैं। राज्य की सवा तीन करोड़ जनता के विश्वास पर खरा उतर कर सरकार ने अपना एक वर्ष पूरा किया है। सरकार के इस एक वर्ष में कई जनकल्याणकारी योजनाओं की शुरुआत हुई। इन योजनाओं से जनता को लाभ मिल रहा हैं और विकास को गति मिली हैं।