मातृभाषा किसी के लिये भी सहज अभिव्यक्ति

ग्रेजुएट कॉलेज की संगोष्ठी में जुटे वक्ता
जमशेदपुर : ग्रेजुएट कॉलेज के हिन्दी विभाग द्वारा मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यअतिथि के तौर पर प्राचार्या डा. डीके धंजल उपस्थित थीं. उन्होंने कहा कि मातृभाषा वह जड़ है जो हमें अपनी संस्कृति और परम्पराओं से जोड़कर रखती है. मुख्य वक्ता प्रो. राकेश पांडेय ने कहा कि मातृभाषा किसी भी व्यक्ति की सहज अभिव्यक्ति है. कोई भी व्यक्ति अपनी भावनाओं को सहज और सरल तरीके से रखना चाहता है तो उसे अपनी मातृभाषा का प्रयोग करना ही पड़ेगा.
हिन्दी विभागध्यक्ष डा. मुकुल खंडेलवाल ने अपनी मातृभाषा के इतिहास, उसकी लोकोक्ति और हिन्दी लोकोक्ति के बारे में बताया. डा. अनुभा जायसवाल ने भारतेंदु की पंक्तियों के माध्यम से मातृभाषा के महत्व को बताया. संगोष्ठी में प्रियंका कुमारी ने हिन्दी में कविता सुनाई, जबकि जया सिंह ने भोजपुरी, मामुनी दास ने बंगला, कंचन कुमारी ने मगही भाषा में गीत सुनाए. संगोष्ठी का संचालन रेशमी श्रीवास्तव तथा धन्यवाद ज्ञापन पुतुल कुमारी ने किया. इस अवसर पर प्रिया कुमारी, शैल कुमारी, पूजा कुमारी, नेहा कुमारी, दीपा कुमारी आदि शामिल थीं.

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