आदिवासियों के लिए अलग धार्मिक संहिता की लगातार पैरवी कर रहे हेमंत सोरेन के यह कहने पर बवाल खड़ा हो गया है कि आदिवासी कभी हिंदू नहीं थे ।मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से अगली जनगणना में आदिवासियों की गिनती के लिए अलग से कॉलम की व्यवस्था की मांग की है। श्री सोरन के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने राजनीति गरमा दी है भाजपा ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री वेटिकन के हाथों खेल रहे हैं हावर्ड को दिए एक कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री ने यह बयान दिया था कि आदिवासी कभी हिंदु नहीं थे। कांफ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री से पूछा गया था कि क्या आदिवासी हिंदू नहीं है इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पर कोई भ्रम नहीं है आदिवासी कभी भी हिंदू नहीं थे और ना ही अब हिंदू हैं ।आदिवासी प्रकृति के उपासक हैं उनके रीति रिवाज भी अलग है प्रधानमंत्री के साथ कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान भी श्री सोरेन ने आदिवासियों के लिए अलग सरना कोड की मांग की थी ।मुख्यमंत्री के बयानों के बाद भाजपा हमलावर हो गई है झारखंड के पार्टी प्रवक्ता प्रफुल्ल सहदेव ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर मुख्यमंत्री को इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए मुख्यमंत्री की यह बात बताती है कि बे बेटिकन के हाथों खेल रहे हैं हमारे पास संवैधानिक निकाय हैं सरना पर फैसला लेने के लिए विधायिका और न्यायपालिका है मुख्यमंत्री के बयान पर कांग्रेस ने पल्ला झाड़ लिया है पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता किशोर शाह ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री का बयान नहीं सुना है बिना सुने टिप्पणी करना उचित नहीं है।