कुणाल षाड़ंगी ने कहा इटली की हवा में डांस है साहिब: कांग्रेस ने कहा :कुणाल सारंगी को यूरोप की हवा लगी हुई है
Chandi,20 feb. गत 18 फरवरी को saraikella kharsawan Congress द्वारा कुकडू हाट तोला में किसान जनाक्रोश रैली का जो आयोजन किया गया था और उसमें भीड़ जुटाने के लिए जो वूगी वूगी डांस कराया गया था उसको लेकर राजनीति गर्म हो गयी है। यह कार्यक्रम किसान आंदोलन के समर्थन में तथा केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ था। इसमें झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री एवं कांग्रेस नेता आलमगीर आलम मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए थे। कार्यक्रम होने के अगले दिन 19 फरवरी से एक वीडियो वायरल होने लगा जिसमें मंच पर लड़कियों को डांस कराया जा रहा है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद Ichagarh विधान सभा क्षेत्र के लोगों में यह चर्चा का विषय बन गया है। यहां मुख्य अतिथि मंत्री आलमगीर आलम के पहुंचने से पहले लड़कियों का जमकर डांस प्रदर्शन हुआ जिससे क्षेत्र के लोगों की भीड़ जमा हो गई। इस दौरान डांस को बीच में रोककर यहां उपस्थित नेताओं ने भाषण दिया। मंत्री आलमगीर के जाने के बाद पुनः डांस शुरू किया गया। इस दौरान राज्य व जिले के कई वरीय नेता भी मौजूद रहे। वीडियो वायरल होने के बाद अब भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसा है। उन्होंने वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए कहा है कि “इटली की हवा में डांस है साहिब, हवा को तो रोक लोगे लेकिन डांस को कैसे रोकोगे?” आगे लिखते हैं कि “रईस कांग्रेस की किसानों से इस बेपनाह मोहब्बत को देख कर आंसू आ गए।” ट्वीट में कुणाल षाड़ंगी ने बताया है कि “18 फरवरी को सरायकेला खरसवां जिले के कुकडू प्रखंड में आयोजित जनाक्रोश रैली का नजारा।”
कांग्रेस प्रभारी शैलेज ने अपनी जवाबी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कुणाल सारंगी को झारखंड के पारंपरिक नृत्य झूमर के बारे में नहीं पता ।अभी कुणाल सारंगी को यूरोप की हवा लगी हुई है ।वह भी झारखंडी परंपरा को भूल चुके हैं ,उन्हें तो बस झारखंड की हर पारंपरिक नृत्य में बूगी बूगी और टैंगो नजर आते हैं ।
और इसी झारखंड परंपरा को भूलने के चलते हैं वह झारखंड मुक्ति मोर्चा को पचा नहीं पाए ।अभी थोड़े दिन उन्हें झारखंड में रहकर यहां की परंपरा को सीखनी पड़ेगी ।रही बात किसानों की तो पूरे राज्य और देश के किसानों में एक जन आक्रोश का माहौल बना है और वह भीड़ स्वतः ही इस तरह की रैली में विशाल जनसमूह में परिवर्तित हो जाती है।
दरअसल भाजपाइयों को भीड़ जुटाने के लिए बूगी बूगी और अश्लील नृत्य कराने की आदत है । सारे पारंपरिक नृत्य को भी उसी नजर से देखते हैं ।इसमें कुणाल सारंगी का कोई दोष नहीं, दरअसल उनके शीर्ष के नेता भी इसी आदत के शिकार हैं।