जमशेदपुर 15 फरवरी संवाददाता शहर और और सीमावर्ती जिला सरायकेला खरसावां , चाईबासा आदि मे खुलेआम नशीले पदार्थ की बिक्री का अवैध कारोबार चल रहा है। ब्राउन शुगर से लेकर देसी महुआ शराब, गांजा और अन्य मादक पदार्थ की बिक्री का धंधा बेहिसाब ढंग से चल रहा है। किजमशेदपुर के सभी थाना क्षेत्रों में इस धंधे से जुड़े कारोबारियों के संरक्षण में खुलेआम या चोरी-छिपे यह कारोबार चल रहा है जिन्हें प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर खाकी वर्दी धारियों का समय-समय पर संरक्षण मिलता रहा है जिस कारण इस धंधे में सम्मिलित अवैध कारोबारी अपने गुर्गों के माध्यम से स्कूल, कॉलेजों, होटलों ,चौक चौराहा ,गली ,आदि ठिकानों पर बेचने का काम करते हैं ।बेचने वाले एजेंट को कमीशन मिलता है ,जबकि मोटा माल संरक्षण दाता के पास जाता है । नेटवर्क सीमावर्ती जिलों से लेकर अन्य राज्यों में भी फैला हुआ है जहां से इस माल की सप्लाई दूसरे राज्यों से ट्रेन या बस के माध्यम से या निजी वाहन से किया जाता है ।हाल में ही पुलिस ने मानगो बस स्टैंड में छापामारी कर 8 किलो ब्राउन शुगर के साथ एक को गिरफ्तार कर जेल भेजा है जो उड़ीसा से पटना ले जा रहा था । पिछले एक सप्ताह में धर- पकड़ की कार्रवाई में दो 20-22 वर्ष के युवक पकड़े गए। महिलाएं भी गिरफ्तार हुईं। धंधेबाज युवाओं और महिलाओं को कैर्रीयर बना कर इस्तेमाल करते हैं। युवाओं के माध्यम से युवा पीढ़ी को बर्बाद करने की विदेशी षडयंत्र बहुत पहले से चल रहा है।
जुगसलाई, कदमा ,सिदगोड़ा, बागबेड़ा, सोनारी समेत शहर के अन्य इलाकों में अवैध कारोबार चल रहा है समय-समय पर पुलिस छापामारी कर इस धंधे से जुड़े लोग गिरफ्तार कर जेल भेज देती है और अपना पल्ला झाड़ने का काम करती है कहीं न कहीं पुलिस की सांठगांठ भी ऐसे अवैध धंधेबाजों के साथ रहती है ।जब जब वरीय पुलिस पदाधिकारी द्वारा इस धंधे से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसने का फरमान जारी किया जाता है और निचले पुलिस पदाधिकारी अपने दामन में दाग ना लगे तो इक्का-दुक्का स्थानों पर छापामारी कर खानापूर्ति कर देते हैं। स्थिति यह है कि ऐसे धंधे से जुड़े लोगों का तार सफेद पोश से जुड़े लोगों के साथ भी रहा है। अवैध शराब के धंधे और मादक पदार्थ के कारोबार को लेकर धतकीडीह, कदमा में हत्या हो चुकी है ।इस धंधे की महिला सरगना एक अपराधी की पत्नी आदित्यपुर की है जिसका पूरे कोल्हान में ब्राउन शुगर और अन्य मादक पदार्थ के धंधे पर कंट्रोल है । यह अपने गुरुओं के माध्यम से सप्लाई का काम करती है। इस धंधे से जुड़े लोगों का कोई स्थाई ठिकाना नहीं होता। युवा पीढ़ी इसका शिकार दिन पर दिन होती जा रही है ।बिष्टुपुर के पॉश इलाके में में भी यह कारोबार खुलेआम चल रहा है । चाय में अफीम मिलाकर बेचने का कारोबार भी चल रहा है।