Jamshedpur 14 feb : रघुवर सरकार की नियोजन नीति को रद्द करने के निर्णय पर भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने twitter पर झारखंड सरकार के विरुद्ध आक्रामक तंज कसते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से सवाल किया कि राज्य में सरकार चल रही है या सर्कस, यह फ़र्क़ करना कठिन हो रहा है। यू-टर्न के सारे रिकॉर्ड टूट रहे हैं और मूलवासियों की उम्मीदों पर बनी सरकार उन्हें ही सफ़ाया करने पर तुल गयी है। कुणाल षाड़ंगी का तंज झारखंड सरकार के उस संकल्प को लेकर था जिसमें रघुवर सरकार की नियोजन नीति को रद्द करने के मंत्रिमंडल के सामूहिक निर्णय को राज्य की कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग ने संकल्प द्वारा वापस ले लिया है। वहीं नियुक्तियों के लिए 2016 से पूर्व की नियोजन नीति को अस्तित्व में लाने पर सरकार विचार कर रही है। ऐसे में सरकार के पास अब फ़िलहाल नई नियोजन नीति का कोई प्रस्ताव नहीं है। इसी प्रकरण पर भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित झारखंड सरकार पर तीखा हमला बोला है। झामुमो छोड़ कर भाजपा में विगत चुनाव के समय आये कुणाल ने कहा यह तय है कि झारखंड मंत्रिमंडल नियोजन नीति को लेकर पूर्णतया भ्रम और असमंजस में है। पहले रघुवर सरकार की नियोजन नीति को रद्द करना, फ़िर विरोध के बाद विभागीय संकल्प द्वारा उस निर्णय को वापस लेना और अब 2016 से पूर्व की नियोजन नीति के आधार पर नौकरी देने पर विचार करना सरकार की अपरिपक्वता ही दर्शाता है। सवाल उठ रहे हैं कि जब विसंगति बताकर रघुवर सरकार की नियोजन नीति को हेमंत सरकार ने रद्द कर दिया तो उस निर्णय को पलटने की नौबत क्यों आन पड़ी। जब नियोजन नीति को रद्द करने का निर्णय वापस ली जा चुकी है, ऐसे में नियुक्तियों के लिए 2016 से पहले की नीति को आधार क्यों बनाया जा रहा है।