Chandi . डोबो गांव के ग्रामीणों ने विधायक सविता महतो पर विधायक निधि से निजी जमीन के लिए सम्पर्क सड़क बनवाने का आरोप लगाया है और कहा कि बिना ग्राम सभा की सहमति के मनमाने ढंग से पी सी की सडकबक निर्माण करा रही हैं। नियमानुसार विधायक निधि की स्वीकृति क्षेत्र के विधायक की अनुशंसा पर ही होती हैं। पर, इसके लिए चयनित स्थल के निवासियों की आमसभा बैठक होनी चाहिए। वहीं, उसमें सर्वसम्मति से योजना का पारित होना भी आवश्यक माना जाता है। बताया जाता है कि Dobo गांव में MLA Fund से करीब 400 फीट PCC सड़क निर्माण कार्य चल रहा हैं। उक्त सड़क निर्माण कार्य की देखरेख JMM के कार्यकर्ता ही कर रहे हैं। Dobo ग्रामसभा के ग्रामीणों का कहना है कि पीसीसी सड़क निर्माण स्थल पर योजना संबंधित बोर्ड नहीं लगाया गया है। अभिकर्ता द्वारा मनमाने ढंग से सड़क निर्माण कराया जा रहा है। विधायक सविता महतो पर आरोप है कि जहां सड़क निर्माण हो रहा है वहां उनकी जमीन है। अपने प्लॉट तक आने जाने में सुविधा हो, इसके लिए ही उक्त सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। सविता महतो के दिवंगत पति ने यह जमीन खरीदी थी। अब swarn rekha river पर दोमुहानी bridge बन जाने से इस क्षेत्र की जमीन काफी कीमती हो गई हैं। इसलिए विधायक अपने जमीन तक पहुंचने की सुविधा उपलब्ध कराने में लगी हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में कई महत्वपूर्ण रास्ते हैं। उन रास्तों को पक्कीकरण करने की मांग कई वर्षों से हो रहीं है। लेकिन उन सड़कों का निर्माण नहीं कराया जा रहा है। बताया जाता है कि पांचवीं अनुसूचित क्षेत्र के नियमानुसार गांव में कोई भी सरकारी योजना एवं निर्माण कार्य होता है तो आम सभा व ग्राम सभा बैठक करना अनिवार्य है। लेकिन, झामुमो के विधायक एवं कार्यकर्ताओं द्वारा खुलेआम पांचवीं अनुसूची के नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। रविवार को विधायक सविता महतो के खिलाफ ग्रामीणों ने ग्रामसभा बैठक की और उक्त पीसीसी निर्माण के प्रति विरोध जताया। इस दौरान ग्रामीणों ने कहा कि गांव में किसी भी तरह की योजना हो तो ग्राम सभा को इसकी जानकारी होनी चाहिए और आम सभा में सर्वसम्मति से पारित होने पर ही योजना का काम शुरु होना चाहिए। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीसीसी निर्माण की देखरेख करने वाले अभिकर्ता पर कार्रवाई की मांग की। इस मौके पर ग्राम प्रधान शंकर सिंह, ग्राम सभा सचिव शिशुराम माझी, ग्राम सभा निगरानी अध्यक्ष अनूप महतो, अनुरोध घोष, मृत्युंजय महतो, टीका राम मांझी, अमृता सोरेन, फूलन टुडू, सुमित महतो आदि मौजूद थे।