नक्सली मुख्यधारा में लौटें, नहीं तो मारे जाएंगे: डीजीपी

अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजें या एनकाउंटर करें
प. सिंहभूम सीमा पर सक्रिय नक्सली भी नहीं बचेंगे, जनता पुलिस के साथ
चाईबासा/जमशेदपुर, 9 फरवरी(रिपोर्टर): अभी भी समय है। नक्सली मुख्यधारा में लौट आएं। कोई समस्या है तो आमने- सामने आकर बात करें। अपनी बातों को माध्यम से रखें। जनता को गुमराह नहीं करें। इसके बावजूद नहीं मानेंगे तो मारे जाएंगे। उक्त बातें जमशेदपुर दौरे पर आए प्रदेश के डीजीपी एमवी राव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
डीजीपी ने स्पष्ट कहा कि पुलिस जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए है। किसी को पुलिस मारना नहीं चाहती, लेकिन जनता को कोई परेशान करेगा तो मारे जाएंगे। आगे डीजीपी ने कहा कि नक्सली उखड़ चुके हैं। गिनती के बचे हुए हैं। इनामी नक्सली भी जल्द से जल्द पकड़े जाएंगे. अब नक्सलियों के पास मैन पावर की कमी है. किराए पर नक्सली बना रहे हैं. ग्रामीणों को बहला-फुसलाकर तीन से दस हजार रुपये देकर उनका इस्तेमाल कर रहे हैं. अब राज्य में नक्सली नाम मात्र के रह गए हैं. एक माह में दर्जन भर नक्सली ऑपरेशन के दौैरान पकड़े गए हैं।
पूरे राज्य में 17 मोस्ट वांटेड नक्सली
पूरे राज्य भर में 17 मोस्ट वांटेंड नक्सली हैं. उनके खिलाफ ऑपरेशन चलाएं. इसमें से पूर्वी सिंहभूम जिले के पटमदा का सचिन उर्फ रामदास मार्डी, मिदनापुर का आकाश मंडल उर्फ असीम मंडल उर्फ बूढ़ा, सरायकेला के नक्सली महाराज प्रमाणिक पर भी नजर है। सरायकेला और चाईबासा के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस टीम ऑपरेशन चला रही है। यहां से पुलिस को कुछ खास बरामद नहीं हुआ है। एक जवान जरूर घायल हो गए थे। डीजीपी ने कोल्हान में गिरफ्तार नक्सलियों की सूची मांगी। सिंहभूम की बात करें तो चाईबासा में सबसे ज्यादा नक्सली गिरफ्तार किए जा वुकेहैं।
अपराध पर उन्होंने कहा कि संगठित अपराध को फलने-फुलने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने निर्देश दिया कि मोस्ट वांटेड अपराधी या जिनका आपराधिक इतिहास है, उनके खिलाफ कार्रवाई करें. अगर नहीं मानते हैं तो सलाखों में भेजें या फिर एनकाउंटर….। जनता पुलिस के साथ है और जनता की मदद से समाज को नुकसान पहुंचाने वाले समाप्त हो जाएंगे। सलाखों के पीछे होंगे। डीजीपी ने कहा कि सिंहभूम के चाईबासा इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चल रहे हैं। लगातार जारी रहेंगे। पूर्वी सिंहभूम जिले की सीमा बंगाल और ओडिशा से सटी हुई है। कुछ नक्सली सीमा पर सक्रिय हैं। उनका भी खात्मा जल्द होगा। अपराधियों, अवैध शराब और नशा के खिलाफ विशेष अभियान में पुलिस को काफी सफलता मिली है इसमें जनता का सहयोग मिला है।
नक्सलियों का सफाया हमारा मकसद
नक्सलियों के विरोध चलाया जा रहे अभियान की समीक्षा बैठक के बाद चाइबासा में प्रेस को संबोधित करते हुए झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने कहा कि हमारा मकसद पूरी तरह नक्सलियों का सफाया करना है जिससे आम लोग निश्चिंत होकर दिन हो या रात झारखंड के हर जगह आ जा सकें। विधि व्यवस्था और कानून को हाथ में लेने वालों को किसी भी हाल में नहीं छोड़ा जायेगा। माओवादी उग्रवादी समेत अन्य जितने भी नक्सली संगठन है उन सभी का सफाया झारखंड से करने का निश्चय लिया गया है । इसका परिणाम जल्द ही देखने को मिलेगा। इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर नक्सलियों के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। उस कीसमीक्षा जिला के अधिकारियों के साथ की गई। इसका परिणाम जल्द ही देखने को मिलेगा। किसी भी हालत में एक भी अपराधी बचेंगे नहीं। कानून के दायरे में लाकर सभी का सफाया होगा।
आम जनता से मिली पुलिस को मदद: आम लोगों ने पुलिस को कई सूचना उपलब्ध कराई जिसके कारण पुलिस सफल हुई। अपराधी और नशा कारोबारी पकड़े गए। नक्सली मारे गए। आधी आबादी की सुरक्षा के लिए पुलिस संकल्पित है। खुलकर आधी आबादी अपनी समस्या को पुलिस हेल्पलाइन नंबर पर दे। हर जिले में हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध है। समस्या के निराकरण को महिला अधिकारियों की तैनाती है।

Share this News...