, इनकी आपसी लड़ाई सिर्फ दिखावा
नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज असम और पश्चिम बंगाल के दौरे पर हैं। मोदी शाम को पश्चिम बंगाल के हल्दिया पहुंचे। यहां रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बंगाल में हमारी लड़ाई TMC से है, लेकिन साथ ही इनके छिपे हुए साथियों से भी सतर्क रहना है। लेफ्ट, TMC और कांग्रेस परदे के पीछे मैच फिक्सिंग कर रहे हैं। ये दिल्ली में एक साथ बैठकर रणनीति बनाते हैं। ये एकदूसरे से लड़ने का सिर्फ दिखावा करते हैं। इनको वोट देने का मतलब है कि परदे के पीछे चल रहे खेल का शिकार हो जाना। इसलिए हमें सतर्क रहना है और दूसरों को भी सावधान करना है।
जनता TMC को रेड कार्ड दिखाएगी : मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल फुटबॉल से प्यार करने वाला राज्य है इसलिए मैं फुटबॉल की भाषा में कहना चाहता हूं कि TMC ने कई फाउल कर लिए हैं। बंगाल के लोग सब देख रहे हैं। इसीलिए बंगाल के लोग जल्द ही TMC को रेड कार्ड दिखाने वाले हैं। बुआ और भतीजावाद को खत्म करने का मन आप लोग बना चुके हैं। पीएम मोदी बोले,ममता दीदी भारत माता की जय कहने से भी तिलमिला जाती हैं, लेकिन जब कोई देश के खिलाफ बोलता है तो वह चुप रहती हैं। मोदी ने कहा कि बंगाल में जब भाजपा की सरकार बनेगी
तो किसानों को उनका पूरा हक मिलेगा। पहली कैबिनेट बैठक में ही किसान सम्मान निधि योजना लागू की जाएगी। किसानों का पुराना बकाया पैसा भी मिलेगा।
उन्होंने कहा कि पिछली बार मैं नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जन्म जयंती पर बंगाल आया था। अब हल्दिया सहित पश्चिम बंगाल के विकास से जुड़ी करीब 5,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के लिए आपके बीच आया हूं। कोलकाता में 8.5 हजार करोड़ रुपए की लागत से नया प्रोजेक्ट शुरू हो रहा है। बजट में भी चाय बागान पर खास ध्यान दिया गया है।
असम में कई प्रोजेक्ट की शुरुआत की
इससे पहले सोनितपुर के ढेकियाजुली में मोदी ने असम माला हाईवे प्रोजेक्ट की शुरुआत की। बिश्वनाथ और चराइदेव में एक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला भी रखी। इस प्रोजेक्ट की कुल अनुमानित लागत 1100 करोड़ रुपए से अधिक बताई जा रही है।
सोनितपुर में एक रैली में उन्होंने कहा कि देश में सवेरा पूर्वोत्तर से ही होता है, लेकिन विकास के सवेरे के लिए पूर्वोत्तर को लंबा इंतजार करना पड़ा। बीते 16 दिन में वे दूसरी बार इन राज्यों में पहुंच रहे हैं। इससे पहले वे 23 जनवरी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर दोनों राज्य गए थे।
मोदी के भाषण की मुख्य बातें
हिंसा-तनाव छोड़कर असम विकास कर रहा
शहीदों के शौर्य की साक्षी सोनितपुर की ये धरती, असम का अतीत बार-बार मेरे मन को असमिया गौरव से भर देता है। हिंसा, अभाव, तनाव, भेदभाव, पक्षपात, संघर्ष जैसी बातों को पीछे छोड़कर पूरा नॉर्थ-ईस्ट विकास की राह पर बढ़ रहा है। असम इसमें प्रमुख भूमिका निभा रहा है।
दूरदराज के इलाकों में अस्पताल बन रहे
असम के दूरदराज इलाकों में अच्छे हॉस्पिटल सपना होते थे। अच्छे अस्पतालों का मतलब घंटों की यात्रा और अनगिनत कठिनाइयां थीं। लोगों को यही चिंता सताती थी कि कोई मेडिकल इमरजेंसी न आ जाए। ये समस्याएं तेजी से समाधान की ओर बढ़ रही हैं। आप इस फर्क को आसानी से देख और महसूस कर सकते हैं। आजादी के बाद 7 दशकों में यानी 2016 तक असम में केवल 6 मेडिकल कॉलेज होते थे।