सभी शिफ्टों में महिला हेवी अर्थ मूविंग मशीनरी ऑपरेशन के पहले बैच की नियुक्ति
जमशेदपुर, 5 फरवरी : टाटा स्टील ने अपने नोआमुंडी आयरन माइंस के सभी शिफ्टों में 22 महिला हैवी अर्थ मूङ्क्षवग मशीनरी, एचईएमएस ऑपरेटर के पहले बैच को तैनात कर उत्कृष्ट लैंगिक विविधता की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है. शुक्रवार को टाटा स्टील के वाइस प्रेसीडेंट एचआरएम अत्रेई सरकार व वाइस प्रेसीडेंट रॉ मैटेरियल डी बी सुन्दरमन तेजस्विनी 2.0 नामक पहल को लांच किया.
अकुशल महिला कर्मियों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान करने और उन्हें खदान के मुख्य कार्यों के निष्पादन में सक्षम बनाने के दृष्टिकोण से तेजस्विनी 2.0 की रूपरेखा तैयार की गयी है. कंपनी में यह पहल शुरू करने वाला आयरनओर माइंस एंड क्वैरीज, ओएमक्यू पहला डिवीजन है. इस कार्य के लिए 350 से अधिक आवेदन मिले थे. लिखित परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार के बाद इनमें से 22 उम्मीदवारों का चयन किया गया. नया ज्वाइन करने वाली सभी महिलाओं की उम्र करीब 23 वर्ष है. आवेदन करने के लिए न्यूनतम आवश्यक शैक्षणिक योग्यता मैट्रीकुलेशन थी. एचईएमएम ऑपरेटर के रूप में इनके कौशल को निखारने के लिए इन उम्मीदवारों को गहन प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा. उनके प्रशिक्षण के सफल समापन के बाद इन महिलाओं को एचईएमएम संचालित करने के लिए ऑपरेशन असिस्टेंट के रूप में तैनात किया जाएगा, जिसमें डम्पर, डोजर, शॉवेल, एक्सकैवेटर और ड्रिल शामिल हैं. यह पहल स्थानीय प्रतिभाओं को सशक्त बनाने की दिशा में भी एक कदम है, क्योंकि इनमें से अधिकांश झारखंड के पश्चिमी ङ्क्षसहभूम जिले में स्थित नोआमुंडी की स्थानीय महिलाएं हैं. इस मौके पर टाटा स्टील की वाइस प्रेसीडेंट एचआरएम अत्रेई सरकार ने कहा कि 22 महिलाओं के पहले बैच को शामिल कर हमें काफी प्रसन्न्ता हो रही है, जो हमारे नोआमुंडी आयरन माइन में एचईएमएम ऑपरेटरों के रूप में ज्वाइन करेंगी. उन्होंने कहा कि तेजस्विनी 2.0 पहल संस्थान में विविधता व समावेश की संस्कृति को बढ़ावा देने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है. कार्यस्थल पर विविधता को प्रोत्साहित करने के लिए वीमेन माइंस जैसी कई अग्रणी पहल की शुरुआत कर टाटा स्टील ने मैन्युफैक्चङ्क्षरग सेक्टर में पथप्रदर्शक का काम किया है. एक विविधतापूर्ण कार्यबल के साथ-साथ महिला नेतृत्वकर्ता को साथ बनाए रखने और उन्हें विकसित करने के लिए बुनियादी ढांचे के निर्माण का हमारा प्रयास निरंतर जारी है.
———————-
2025 तक 20 प्रतिशत महिला कर्मचारियों की संख्या करने का लक्ष्य टाटा स्टील ने 2025 तक 20 प्रतिशत महिला कार्यबल के लक्ष्य को प्राप्त करने और संस्थान में विविधता और समावेश को बेहतर बनाने के लिए लगातार कदम उठा रही है. इससे पहले सितंबर 2019 में तीनों शिफ्ट में महिलाओं की तैनाती की अनुमति देने वाले कानून में संशोधन के बाद, सभी शिफ्टों में महिलाओं को तैनात करने वाली टाटा स्टील देश की पहली कंपनी बनी. तेजस्विनी 2.0 खनन क्षेत्र में महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें रोजगार देने की दिशा में एक अनन्य कदम है. टाटा स्टील के वेस्ट बोकारो डिवीजन ने भी महिला एचईएमएम ऑपरेटरों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू की है.