ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेज ने आत्मनिर्भरता (Aatmnirbharta) शब्द को साल 2020 का हिंदी वर्ड ऑफ द ईयर चुना है। इससे पहले साल 2017 में आधार, 2018 में नारी शक्ति और साल 2019 में संविधान को ऑक्सफोर्ड में चुना जा चुका है। इसके सिलेक्शन के लिए बने एक्सपर्ट पैनल ने कहा कि आत्मनिर्भरता शब्द करोड़ों भारतीयों के संघर्ष को दिखाता है।
ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेज ने इसलिए शामिल किया
ऑक्सफोर्ड लैंग्वेजेज के अनुसार, ‘साल का शब्द किसी ऐसे शब्द को चुना जाता है, जिससे बीते साल का मूड और लोगों की व्यस्तता झलकती हो और जिसका आने वाले दौर में भी सांस्कृतिक महत्व होता है। आत्मनिर्भरता शब्द का अर्थ और सोच बीते साल अधिकतर भारतीयों की भावना का हिस्सा रहा है।’
करोड़ों भारतीयों के संघर्ष को दर्शाता है यह शब्द
शब्द के चुनाव के लिए बने इस पैनल में भाषा एक्सपर्ट कृतिका अग्रवाल, पूनम निगम, इमोजन फॉक्सेल शामिल थे। हिंदी वर्ड ऑफ द ईयर की पैनलिस्ट कृतिका अग्रवाल ने कहा, “हमें कई शब्द एंट्री के तौर पर मिले थे। आत्मनिर्भरता शब्द करोड़ों भारतीयों की रोजाना के संघर्ष और महामारी के खिलाफ उनकी जंग को दर्शाता है।’
पीएम मोदी ने शुरू किया था आत्मनिर्भर भारत कैंपेन
कोरोना महामारी के शुरुआती दौर में जब लोगों की नौकरियां जा रही थीं और काम बंद हो रहे थे, तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आत्मनिर्भर बनने का संकल्प दिया था। कोविड-19 पैकेज की घोषणा करते हुए पिछले साल पीएम ने कहा था कि, महामारी से निकलने के लिए हमें ‘एक देश के तौर पर, एक समाज के तौर पर, एक अर्थव्यवस्था के तौर पर और स्वयं के तौर पर आत्मनिर्भर होना होगा।’