रांची, पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने स्पष्ट किया है कि उसकी तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी से कोई नाराजगी नहीं है। झामुमो की असली लड़ाई भाजपा से है। गौरतलब है कि गुरुवार को झाडग़्राम में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की रैली पर ममता बनर्जी ने आपत्ति जताई थी। कल ममता बनर्जी ने हेमंत सोरेन पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि वे उनके शपथ ग्रहण में गयी थीं। लेकिन वे झाडग़्राम वोट मांंगने आ गये। उनको यहां कैडिडेट नहीं मिलेगा। हमको काफी दुख हुआ। वह यहां वोट मांगने आ गये। यहां रोटी देगा हम, वो वोट मांगेगा। 365 दिन हम इनको देखता है, वो पौलिटिक्स करने आ गया। हम तो वहां वोट मांगने नही ंजाते। वहां भी हमारा बहुत आदमी है, ऐसा करेगा तो हम भी वहां जा सकते हैं। हम राजस्थान में वोट मांगने नहीं जाते। हेमंत सोरेन अपना झारखंड संभालें।
झामुमो महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने शुक्रवार को कहा कि ममता बनर्जी से नाराजगी नहीं है, लेकिन कोई हम पर अहसान नहीं जताए। हम किसी से खैरात नहीं मांग रहे हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि झामुमो 30 से 35 सीटें उम्मीदवारों को उतारने के लिए चिन्हित कर रहा है। कुछ जनसंगठनों और दलों के साथ मिलकर झामुमो प्रत्याशी देगा। तृणमूल कांग्रेस से फिलहाल कोई बातचीत नहीं हुई है।
झामुमो महासचिव ने कहा कि पश्चिम बंगाल चुनाव में सिर्फ लडऩे नहीं, बल्कि जीतने के लिए झामुमो प्रत्याशी देगा। बंगाल का जनजातीय बहुल इलाका वृहद झारखंड आंदोलन का हिस्सा रहा है। इसके अलावा ओडि़शा, बिहार में भी झारखंड आंदोलन के दौरान लोग शहीद हुए। चुनाव के संदर्भ में जनसंगठनों से बातचीत चल रही है और जल्द ही संयुक्त उम्मीदवार देने पर सहमति बनने की संभावना है।