गठिया रोग लग जाए तो फिर पूरी दिनचर्या ही तबाह हो जाती है. कामकाज तो बाधित होता ही है, कहीं आना-जाना भी मुश्किल हो जाता है. वह भी आज की भागदौड़ वाली जिंदगी में. कोरोना काल में लंबे समय तक घर पर बैठने की वजह से कई लोगों को इस तरह की दिक्कतें हुई हैं, क्योंकि लंबे समय बैठने और व्यायाम से दूर रहने की वजह से ये अब बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं को भी अपना शिकार बना रही है। इसलिए इस बीमारी से बचने के लिए हमें कई सावधानियों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। तो चलिए आपको इस बीमारी के लक्षण, उपचार जैसी कई जरूरी बातों के बारे में बताते हैं, जो आपके काम आ सकती हैं। हम अगर लंबे समय तक निरंतर बैठे रहते हैं, एक ही जगह पर बैठकर घंटों काम करते हैं, तनाव में रहते हैं या फिर काफी ज्यादा धूम्रपान करते हैं। तो ये बीमारी हमको होने का काफी ज्यादा खतरा बना रहता है। इसलिए हमें इन सब चीजों से बचकर रहने की काफी जरूरत होती है। वहीं, खाने में पौष्टिक तत्वों की कमी या फिर मादक पदार्थों का सेवन हम करते हैं तो धीरे-धीरे हमारे हाथ-पैरों में दर्द होना शुरू हो जाता है, और फिर हमें दिक्कतें होने लगती है। इसलिए ऐसी समस्याएं होने पर हमें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
गठिया रोग के अगर कारण की बात करें, तो इसको लेकर विशेषज्ञ मानते हैं कि ये रोग प्यूरिन नामक प्रोटीन के मेटाबॉलिज्म की विकृति से होता है। वहीं, हमारे खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, और जब व्यक्ति कुछ देर के लिए बैठता या फिर सोता है तो यही यूरिक एसिड जोड़ों में इक_ा हो जाता है, जिसके कारण हमें चलने या फिर उठने में काफी तकलीफ होती है। इसलिए इस रोग से बचने के लिए हमें लगातार चलते-फिरते और व्यायाम करते रहना चाहिए, ताकि इस बीमारी से
बचा जा सके।
वहीं, बात गठिया के लक्षण की भी कर लेते हैं, क्योंकि इस बीमारी के लक्षण जानना बेहद जरूरी है। डॉक्टर मानते हैं कि, शुरुआत में इसके वैसे लक्षण नहीं होते हैं, लेकिन जब जोड़ों में अकडऩ आने लगे-ये सूजने लगे, इनमें तेज दर्द होने लगे, जोड़ों से तेज आवाज आने लगे, उंगलियों या दूसरे हिस्से मुडऩे लगे। इन सभी को इस रोग के लक्षण के तौर पर देखा जाता है। इसके कुछ समय बाद ही हमारे जोड़ों में असहनीय दर्द होने लगता है। ऐसे में हमें डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए,
ताकि इसका समय रहते इलाज किया जा सके।
बात अगर गठिया के रोग से बचाव की करें, तो इसके लिए सबसे पहले व्यक्ति को अपना वजन कम करना चाहिए, और साथ ही नियमित रूप से व्यायाम करते रहना चाहिए। सुबह जल्दी उठना चाहिए और एक लंबी सैर जरूर करनी चाहिए। सुबह की धूप लेना भी फायेदमंद होता है। इसके अलावा ज्यादा देर तक एक ही जगह पर न बैठें, बीच-बीच में थोड़ा जरूर टहलें। बैठने से लेकर उठने तक की सही स्थिति का पालन करें और साथ ही पौष्टिक आहार जरूर लेना चाहिए।