झारखंड का आदिम लोकसंस्कृति है टुसु मेला : हरेलाल महतो
सुधीर गोराई
चांडिल : नीमडीह प्रखंड मुख्यालय रघुनाथपुर के समीप आयोजित आदिवासी लोकसंस्कृति मेला के अंतिम दिन गुरुवार को जनसैलाब ने जमकर मनोरंजन किया। बच्चे खिलौने खरीदने में मशगूल रहे तो युवतियां रूपसज्जा सामग्री खरीदने में व्यस्त रही। मेला में उपस्थित मुख्य अतिथि जनसेवा ही लक्ष्य के संस्थापक सह आजसु के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो ने कहा कि आदिम लोकसंस्कृति है टुसु मेला। उन्होंने कहा कि मानव सभ्यता के विकास के साथ ही समाज में मेला व खेला के रूप में मनोरंजन के साधन का विकास हुआ। विशिष्ट अतिथि आजसु के केंद्रीय उपाध्यक्ष विश्वरंजन महतो उर्फ कार्तिक महतो ने कहा कि जीवन को खुश रखने के लिए मनोरंजन सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। उन्होंने कहा कि झारखंड के ग्रामीण क्षेत्रों में टुसु मेला प्राचीन धार्मिक सांस्कृतिक विरासत के साथ मनोरंजन का साधन भी है। उन्होंने युवाओं से अपील की प्राचीन धार्मिक सांस्कृतिक धरोहरों को जीवित रखने के लिए आगे आये। मेला में उपस्थित सभी चौड़ल व टुसु प्रतिमा को नगद पुरस्कार दिया गया। इस अवसर पर पूर्व जिप सदस्य सुधीर महतो, मुखिया सुनील सिंह, मुखिया प्रतिनिधि सुभाष सिंह व वरुण कुमार सिंह, मेला कमिटी के अध्यक्ष भगीरथ महतो, सचिव तपन महतो, संचालक अमूल्य महतो, ग्राम प्रधान वैद्यनाथ महतो, कमल क्लब के अध्यक्ष दिगंबर सिंह, वैद्यनाथ महतो, सुदर्शन गोराई, मृणालकांति महतो, सुशेन गोराई, भोलानाथ महतो, दुर्योधन गोप आदि उपस्थित थे।