घायल जवानों के लिये बाइक एम्बुलेंस
नई दिल्ली,18 जनवरी । केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल , रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन ने सोमवार को एक विशेष रूप से विकसित रक्षिता अभियान शुरू किया है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की मदद के लिए इस अभियान के तहत बाइक एम्बुलेंस की मदद ली जाएगी। सूत्रों ने दावा किया कि ये बाइक मुठभेड़ों के दौरान किसी भी घायल हुए जवानों
को पैरामेडिक्स सहायता देगी। सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि ये बाइक बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा आदि क्षेत्रों में अधिक उपयोगी होगी। क्योंकि इन इलाके में बड़े वाहनों या एम्बुलेंस को ले जाना बहुत कठिन है। तो ऐसे में बाइक इसके लिए उपयोगी होगी।
सीआरपीएफ द्वारा विशेष रूप से नक्सली क्षेत्रों में संकीर्ण सडक़ों पर तेजी से पहुंचने के लिए पड़ी आवश्यकता के बाद बाइक अभियान को शुरू किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, जहां चिकित्सा सुविधाएं समय पर नहीं पहुंच सकीं और चिकित्सा सहायता में देरी से मरीजों की गंभीर स्थिति है उनके लिए फायदेमंद है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे कई उदाहरण हैं मौजूद हैं कि जो इन इलाकों में मेडिकल की सुविधाएं देरी से पहुंचती है। जिसके चलते मरीज की स्थिति पहले से गंभीर हो जाती है। इसलिए सीआरपीएफ की तरफ से ऐसी बाइक को बनाने की जरूरत महसूस की गई। इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंस बायोमेडिकल और क्लिनिकल रिसर्च के क्षेत्र में काम करता है। ये भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के तहत कार्य करता है।