गुरु जी ब्रम्हदेव सिंह शर्मा के अदम्य साहस और निर्भीकता ने चमकता आईना को चमकाया
झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और राज्य के सुप्रसिद्ध वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने कहा है कि चमकता आईना हिंदी दैनिक ने 24 बर्षो में झारखंड के लोंगो का भरोसा और विश्वास अर्जित किया है इसके संस्थापक गुरु जी स्वर्गीय ब्रम्हदेव सिंह शर्मा ने जब इसे आरंभ किया तो उनके सामने अनेक चुनौतियां थी। लेकिन उनकी दृढ? इच्छाशक्ति ने चमकता आईना को एक नया मुकाम दिया।आज जहा मीडिया के क्षेत्र में पूजीपतियों का बोलबाला है वहां अपने को खड़ा रखना एक कठिन कार्य है लेकिन गुरु जी के स्वप्नों को पूरा करने की दृढ इच्छा के साथ श्री ब्रजभूषण सिंह उर्फ छोटकू जी ने कठिन परिस्थितियों में भी प्रखर भूमिका निभाई है। यही वजह है कि आज चमकता आईना गांव से लेकर शहर तक अपनी विश्वसनियता बनाए हुए है।
श्री शुक्ल जो अखिल भारतीय अधिवक्ता कल्याण समिति के राष्ट्रीय महामंत्री भी है ने कहा है कि चमकता आईना के 23 बर्ष की सफल और अविराम यात्रा के बाद 24 वे बर्ष में प्रवेश पर हम कह सकते है कि अब चमकता आईना पूरी तरह युवा हो चुका है और नए तेवर और नई भूमिका में है इसलिए मैं चमकता आईना परिवार का हृदय से अभिनन्दन करते हुए उनके निरन्तर आगे बढने की कामना करता हूं।
अधिवक्ता रत्न से सम्मानित श्री शुक्ल ने कहा है कि आज हम कह सकते है कि चमकता आईना ने विलक्षण, सफल और प्रभावी छाप 23 बर्षो में छोड़ी है। गुरु जी ने पत्रकारिता जगत को जो दिशा दिखाई वह आज और भी प्रासंगिक हो गया है। स्वतंत्रता आन्दोलन की उपज गुरु जी का मेरे परिवार से आत्मीय लगाव था।मेरे पुज्य बाबा पंडित रामाकांत शुक्ल एक महान स्वत्रंता सेनानी थे और महात्मा गांधी के साथ चम्पारण के आंदोलन में शामिल थे जिसमें गुरु जी भी थे।लेकिन गुरुजी और मेरे बाबा में स्वतंत्रता सेनानी की सभी सुविधाएं तक वापस कर दी थी। गुरु जी मेरे बाबा को बराबर भैया कहते थे। मैं जब भी उनसे मिला उनका स्नेह मुझे अपने बाबा जैसा मिला। उनके सपनों को साकार करने में चमकता आईना के इस यात्रा में हम सदा साथ रहे है और सदा साथ रहेंगे।
आज दुनिया की अनेक मीडिया हाउस को देखे तो उतार चढाव लगा हुआ है लेकिन अपनी क्षमता और पवित्रता को बनाकर अपने उद्देश्य पर आगे बढना एक साहसिक और सराहनीय कदम है ,चमकता आईना ने 23 बर्षो में गुरु जी के स्वप्न को स्थापना काल से पत्रकारिता जगत के परम् वैभव पर ले जाने का काम किया है। जिस उद्देश्य को लेकर गुरु जी आगे बढेे थे वह 23 बर्षो की सफल यात्रा के बाद भी धुँधलाया नही है उसी प्रेरणा से आगे बढ रहा है। बेतुके, बेबुनियाद आरोप उछालने की कला से दूर रखकर आईना ने समाज मे उत्तरोत्तर अपना प्रभाव बढाया है, पाठकों के बीच लोकप्रियता हासिल की है। श्री शुक्ल ने चमकता आईना परिवार को अपनी शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में अनेक चुनौतियों के वावजूद अपनी मजबूत पहचान बनाये रखेंगा।