रांची,6 दिसंबर : अयोध्या में श्री रामजन्मभूमि पर बनने वाले श्रीराम मंदिर को लेकर राम भक्तों में खासा उत्साह है। मंदिर निर्माण के लिए निधि संग्रह अभियान की शुरुआत 15 जनवरी से होना है, परंतु लोग अभी से ही धन देने लगे हैं। राजस्थान के एक व्यक्ति ने दो करोड़ रुपये के चेक दिए हैं तो तेलंगाना के एक व्यक्ति ने एक करोड़ रुपये के चेक दिए हैं। बिहार में एक रामभक्त ने 11 लाख रुपये दिए हैं। मंदिर निर्माण के लिए दी गई राशि पर आयकर में नियमानुसार छूट प्राप्त होगी।
20 हजार से अधिक की राशि चेक या ड्राफ्ट के माध्यम से ही दे सकते हैं। एसबीआइ, बैंक ऑफ बड़ौदा और पीएनबी के निर्धारित बैंक अकाउंट में राशि सीधे ट्रांसफर भी कर सकते हैं। इसकी रसीद ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं। विदेशी अंशदान
नियमन अधिनियम (एफसीआरए) की अनुमति मिल जाने के बाद विदेश में रहने वाले भारतीय भी मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग कर सकते हैं। विहिप के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि मंदिर निर्माण में जो भी राशि लगेगी, उसे
हिंदू समाज देने में सक्षम है।
शहर से लेकर गांव तक राशि संग्रह का काम संघ परिवार के कार्यकर्ता व समाज से मनोनीत प्रतिनिधि करेंगे। इसके लिए पूरे देश में 10 लाख टोलियां बनाई गई हैं। एक टोली में चार से पांच कार्यकर्ता रहेंगे। 15 जनवरी से 27 फरवरी तक एक साथ
पूरे देश में यह अभियान चलेगा। इस अभियान के लिए विहिप के लाखों कार्यकर्ताओं ने 44 दिनों तक पूरा समय देने का निर्णय लिया है।
मंदिर निर्माण के लिए बैंक में सीधे भेज सकते हैं राशि
श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए जो भी राशि चेक या ड्राफ्ट के माध्यम से दिया जाएगा, वह श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के नाम से बनेगा। जो राम भक्त राम मंदिर निर्माण में आर्थिक सहयोग करना चाहते हैं वे ऑनलाइन भी राशि ट्रांसफर कर
सकते हैं। लोग भारतीय स्टेट बैंक, नया घाट अयोध्या की खाता संख्या संख्या 39161495808, पीएनबी नया घाट अयोध्या की खाता संख्या 38650001000139999 या बैंक ऑफ बड़ौदा नया घाट अयोध्या की खाता संख्या 05820100021211 में भी
ऑनलाइन राशि जमा कर सकते हैं। इसका रसीद भी ऑनलाइन ही प्राप्त होगा। इसकी पूरी जानकारी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक समिति व मार्गदर्शक मंडल का होगा गठन
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान के लिए टोली के साथ-साथ जिला स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक समिति व मार्गदर्शक मंडल का गठन किया जाएगा। विहिप के उत्तर पूर्व क्षेत्र मंत्री वीरेंद्र विमल ने कहा कि समिति
में समाज के हर क्षेत्र के गण्यमान्य लोगों को रखा जाएगा। वहीं मार्गदर्शक मंडल में संत समाज के लोगों को रखा जाएगा। समिति के लोग टोली का मार्गदर्शन करने के साथ-साथ मंदिर निर्माण के लिए बड़ी राशि देने वालों से भी संपर्क करेंगे।