सरायकेला कार्यालय 3 जनवरी: खरसावां के झामुमो विधायक दशरथ गागराई ने पिछले 23 वर्षो से केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के गढ़ माने जाने वाले क्षेत्र में आयोजित होनेवाली फुटबॉल प्रतियोगिता में आकर चर्चाओं का बाजाार गर्म कर दिया है. उन्हें गम्हरिया प्रखंड के बांधडीह पंचायत अन्तर्गत बांधडीह गावं में आयोजित अर्जुन मीरा फुटबॉल प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया. दरअसल यह प्रतियोगिता आदिवासी मामलो के केन्द्रीय मंत्री सह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा व उनकी पत्नी मीरा मुंडा के नाम पर नवयुवक महतो कल्याण समिति द्वारा वर्ष 1997 से अर्जुन मीरा फुटबॉल प्रतियोगिता के नाम पर आयोजित हो रही है. आयोजन के आरंभ से लेकर वर्ष 2019 तक प्रतियोगिता में बतौर मुख्य अतिथि केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा या उनकी पत्नी मीरा मुंडा या भाजपा के कई बड़े नेता शामिल होते थे लेकिन वर्ष 2020 के अर्जुन मीरा फुटबॉल प्रतियोगिता में भाजपा के किसी नेता को आमंत्रित नहीं कर खरसावां के झामुमो विधायक दशरथ गागराई का मुख्य अतिथि होना पूरे जिले में चर्चा का विषय है. फुटबॉल प्रतियोगिता में भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष रामनाथ महतो व कई कार्यकर्ता शामिल हुए लेकिन मंच से बताया गया इन्हें महतो समाज के आधार पर आमंत्रित किया गया है. इसका एक कारण यह भी है बांधडीह क्षेत्र के कई दिग्गज भाजपा कार्यकर्ता जो वर्ष 1995 से अर्जुन मुंडा के साथ जुडे हुए हैं वे पिछले कुछ वर्षों में पार्टी में अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हंै.
बताते चलें कि वर्ष 1995 के विधानसभा चुनाव में अर्जुन मुंडा जब झामुमो प्रत्याशी थे तो चुनाव प्रचार के दौरान बांधडीह में जनसंपर्क अभियान कर लोगों से समर्थन मांगा था. इसके बाद वे झामुमो विधायक बने. वर्ष 1996 में जब विधायक बनकर अर्जुन मुंडा बांधडीह फुटबॉल प्रतियोगिता में आए तो उन्होंने अर्जुन मीरा फुटबॉल स्टेडियम बनाने की घोषणा की और वर्ष 1997 से फुटबॉल प्रतियोगिता का नाम अर्जुन मीरा फुटबॉल प्रतियोगिता किया गया. अर्जुन मीरा फुटबॉल स्टेडियम का निर्माण भी शुरु हुआ लेकिन अब तक केवल अधूरा पेवेलियन ही बन सका.
गम्हरिया के सात पंचायत माने जाते थे भाजपा के गढ़
खरसावां विधानसभा अन्तर्गत गम्हरिया प्रखंड के सात पंचायत भाजपा के गढ़ माने जाते थे लेकिन झामुमो ने सातो पंचायत में जिस प्रकार भाजपा के गढ में सेंधमारी शुरु की है वह आने वाले दिनों में भाजपा के लिए चिंता का विषय है. वर्ष 1995 से लेकर वर्ष 2014 तक भाजपा ने इन बुथो में एकतरफा मत हासिल किया. 2014 के विधानसभा चुनाव में जब अर्जुन मुंडा को विधानसभा तुनाव में पराजय का मुंह देखना पड़ा था तब भी बांधडीह में भाजपा को अधिक वोट मिले थे.
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली थी सर्वाधिक वोट
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में खूंटी संसदीय क्षेत्र अन्तर्गत खरसावां विधानसभा क्षेत्र के बांधडीह बुथ में भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा को पूरे विधानसभा में सर्वाधिक वोट मिला था. बताया गया खरसावां विधानसभा के 283 मतदान केन्द्रो में बांधडीह मतदान केन्द्र में 593 मतदान हुआ था जिसमें 524 वोट भाजपा प्रत्याशी को मिला था और रेसियो में पूरे विधानसभा के सभी बुथो से भाजपा को अधिक वोट मिला थ. लेकिन महज छह माह बाद हुए विधानसभा चुनाव में इसी बुथ से झामुमो ने अधिक वोट हासिल कर भाजपा को पछाड़ा था.