नितिन कुलकर्णी ने कहा था ,आधे डाक्टर काम नहीं करते, आधे दहेज के लिये डाक्टर बनते हैं
जमशेदपुर, 1 जनवरी (रिपोर्टर): इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव डा. मृत्युंजय सिंह ने स्वास्थ्य सचिव डा. नितिन मदन कुलकर्णी की अमर्यादित भाषा पर रोष जताया है. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को पत्र लिख कर अवगत कराया है.
आईएमए के सचिव डा. मृत्युंजय सिंह ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को भेजे गए पत्र से अवगत कराते हुए कहा कि 30 दिसम्बर को स्वास्थ्य मंत्री के चिकित्सकों को नियुक्ति पत्र देने के अवसर पर स्वास्थ्य सचिव डा. नितिन कुलकर्णी ने चिकित्सकों के प्रति बहुत ही अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है जिसे समाचार पत्र में समाचार पत्रों में प्रकाशित किया गया है. उन्होंने स्वास्थ्य सचिव के दिए गए बयान से अवगत कराते हुए बताया कि समाचार पत्रों में यह खबर प्रकाशित हुआ है कि आधे डॉक्टर काम नहीं करते व आधे सिर्फ भारी भरकम दहेज के खातिर डॉक्टर बनते हैं. उन्होंने कहा कि उच्च पदस्थ अधिकारी के इस तरह का अशोभनीय टिप्पणी से राज्य के डॉक्टर उद्वेलित हुए हैं. कोरोना के दौरान में जान की बाजी लगाने वाले डाक्टरों के प्रति स्वास्थ्य सचिव की सोच का परिचायक है. सभी को पता है कि झारखंड के कई डाक्टर कोविड की लड़ाई में अपनी जान की कुर्बानी दिए हैं ऐसे में हौसला अफजाई के जगह इस तरह का बयान देने से कैसे हम डॉक्टर इस महामारी से लड़ेंगे.
नवनियुक्त चिकित्सक भी किस मनोबल के साथ सेवा दे पाएंगे. उन्होंने कहा कि यह कैसे स्वास्थ्य सचिव है.