बरसों से इल्म की रोशनी फैला रहे पूर्व DGP बिहार अशोक कुमार गुप्ता
वह पथ क्या पथिक कुशलता क्या, जिस पथ पर बिखरे शूल न हों! नाविक की धैर्य परीक्षा क्या, जब धाराएं प्रतिकूल न हो! जय शंकर प्रसाद की इन पंक्तियों में जिस जज्बे की चर्चा की गई है ,अखिल भारतीय रौनियार वैश्य महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बिहार प्रदेश पटना के पूर्व DGP आशोक कुमार गुप्ता उसी पथ पर चलते है ।अपने DGP पद से सेवानिवृत्ति के बाद लगातार गरीब असहाय व्यक्तियों मजदूरों के हक के लिए, सामाजिक पारिवारिक उत्थान के लिए कार्य नि:स्वार्थ भाव से कर रहे हैं । कोरोना काल में पिछले छ: महीने के दौरान गरीबों असहायों को मदद पहुँचाने रहने खाने पीने के व्यवस्था करवाने में वे सतत उपलब्ध रहे।
पिछले दिनों राष्ट्रीय अध्यक्ष ने उप मुख्यमंत्री बिहार तार किशोर प्रसाद से मिलकर उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत अभिनंदन किया और समाज से संबंधित समस्याओं की चर्चा की! उप मुख्यमंत्री ने उन्हें अलग से समय देने का आश्वासन दिया । राष्ट्रीय अध्यक्ष समाज के प्रमुख लोगों के साथ मिलकर रौनियार समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करने और अन्य समस्याओं के निदान हेतु कृत संकल्पित हैं!