कोरोना के आतंक से सैलानी हंै मायूस
सुधीर गोराई/विश्वरूप पांडा
चांडिल 31 दिसंबर
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के चांडिल डैम, पानला डैम, प्राचीन जयदा शिव मंदिर, दलमा पर्वत शृंखला आदि प्राकृतिक व कृत्रिम पर्यटन स्थल झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडि़शा व बिहार राज्यों के सैलानियों की मनपसंद पर्यटन स्थल है लेकिन इस साल कोरोना महामारी के कारण लोग आतंकित है। चांडिल डैम में पिकनिक मनाने का आनंद ही कुछ और है। यहां की नयनाभिराम सूर्यास्त जो एकबार देख लें जीवन में कभी भूल नहीं सकता है।
वर्ष 2020 विश्व के इतिहास में वैश्विक महामारी कोरोना के लिए काला वर्ष के रूप में देखा जा रहा है। इस महामारी से पूरा विश्व त्राहिमाम है। जबकि अभी कोरोना महामारी का प्रकोप पहले से कम है। फिर भी लोगों के मन में आतंक है। लोग नववर्ष 2021 का स्वागत कोरोना के मुक्ति की दुआओं के साथ किया। लेकिन 2020 के अंतिम दिन पर्यटन स्थलों में सैलानियों की संख्या उम्मीद से काफी कम रहा।
इस संबंध में शेखर गांगुली ने कहा कि ”बीते साल को भूल जायें, आनेवाले साल को गले लगायें, करते हैं हम प्रार्थना ईश्वर से इस साल कोरोना से मुक्ति मिले और सारे सपने पूरे हो जायें”। उन्होंने कहा कि ईश्वर आनेवाले साल 2021में विश्व को कोरोना से मुक्ति दें और जन जीवन साधारण रूप में चले। कोरोना के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सभी तरह के व्यव्साय ठप है, सबसे अधिक पर्यटन उद्योग पर विपरीत प्रभाव पड़ गया है। चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के दर्जनों मनोरम दृश्य से भरपूर पर्यटन स्थल प्रति वर्ष दिसंबर से फरवरी माह तक गुलजार रहता है लेकिन इस साल वीरानी छायी है। जिसके कारण स्थानीय लोगों के रोजगार में गिरावट आयी है।