कानपुर 28 दिसंबर डाक विभाग द्वारा कुख्यात अंतर्राष्ट्रीय अपराधी छोटा राजन और शॉर्प शूटर मुन्ना बजरंगी की फोटो वाले डाक टिकट जारी किये जाने के हंगामा मच गया। इनके टिकटों के जरिए देश में कहीं भी चि_ी भेजी जा सकती है। यह टिकट माई स्टांप योजना के तहत छापे गए हैं। मामले के उजागर होने के बाद डाक विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं।
माई स्टांप योजना के तहत छापे गए इन डाक टिकट के लिए 600 रुपए फीस जमा की गई थी। जिसके एवज में विभाग ने 12 टिकट छोटा राजन के और 12 टिकट मुन्ना बजरंगी के जारी किए। हर टिकट का मूल्य पांच रुपए है। लापरवाही की हद ये है कि टिकट जारी करने से पहले न फोटो की पड़ताल की गई और न ही कोई सर्टिफिकेट मांगा गया।
पोस्ट मास्टर जनरल बोले- मैं खुद जांच कर रहा हूं
पोस्ट मास्टर जनरल वीके वर्मा ने कहा, ‘मुझे मामले की जानकारी मीडिया से मिली। यह मामला बेहद गंभीर है। जिसकी मैं खुद जांच कर रहा हूं। पता कर रहा हूं कि गलती किससे हुई है? यह तय किया जाएगा कि अब ऐसी गलती न हो।’
मुन्ना बजरंगी की हत्या हो चुकी, राजन जेल में
माफिया मुन्ना बजरंगी की 9 जुलाई 2018 को बागपत जेल में हत्या कर दी गई थी। उधर, छोटा राजन को 2015 में बाली से गिरफ्तार करके भारत लाया गया था। अभी वह तिहा? जेल में है।
माई स्टांप क्या है योजना?
माई स्टांप योजना 2011 में शुरू की गई थी। इसके तहत सिर्फ &00 रुपए फीस देकर कोई भी व्यक्ति अपनी तस्वीरों वाले 12 डाक टिकट जारी करवा सकता है। ये दूसरे डाक टिकटों की तरह मान्य होते हैं। इनसे आप देश के किसी कोने में डाक भेज सकते हैं।
टिकट बनवाने के लिए पासपोर्ट साइज का फोटो और पूरा ब्योरा देना पड़ता है। एक फार्म भरवाया जाता है, जिसमें पूरी जानकारी देनी पड़ती है। जिसके नाम पर डाक टिकट जारी हो रहा है, उसका जीवित रहना जरूरी है। उस व्यक्ति को सत्यापन के लिए डाक विभाग भी जाना पड़ता है।