बेरमो, 18 अक्टूबर (रिपोर्टर): बेरमो विधानसभा उपचुनाव में हाथ और कमल की लड़ाई के बीच हाथी भी मस्त चाल चल रहा है. तीनों पार्टियों के नेता अपने पक्ष में परिणाम लेने के लिए जोर लगाए हुए हैं. भाजपा की ओर से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास स्वयं कमान संभाले हुए हैं तो कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री ने प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया है. बसपा प्रत्याशी हाथी सवार लालचंद महतो के लिए मायावती के भी आने की चर्चा है. कल केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में दो दिवसीय दौरे पर पहुंच रहे हैं जब वे लगभग 21 छोटी बड़ी सभाओं को संबोधित करेंगे. कांग्रेस प्रत्याशी दिवगंत राजेन्द्र प्रसाद सिंह के पुत्र कुमार जयमंगल का दावा है कि उनकी टक्कर बसपा के लालचंद महतो से हैं. इस बयान से लालचंद महतो भी काफी उत्साहित है. उनका दावा है कि हाथी हाथ और कमल दोनों को कुचल देगा. लालचंद महतो का यह पुराना कर्मक्षेत्र रहा है और वे बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. बाबूलाल मंत्रिमंडल के इस्तीफा में इनका बहुत बड़ा रोल रहा. उसके बाद इनके सितारे गर्दिश में चले गए. महतो वोटों को वे अपने पक्ष में करने का दावा करते हैं. वैसे भाजपा के प्रत्याशी योगेश्वर महतो बाटुल भी उसी विरादरी से आते हैं और वे लालचंद की मौजूदगी का मतलब भलीभांति समझते हैं. मंत्री जगन्नाथ महतो के गंभीर रूप से अस्वस्थ हो जाने के कारण भी कांग्रेस गठबंधन खेमा की गतिविधियों पर असर पर सकता है क्योंकि जगन्नाथ महतो की टीम उनकी स्वास्थ्य को लेकर चिंता में है और चुनाव के प्रति उतनी उत्साहित नहीं दिखाई दे रही है. भाजपा गठबंधन की ओर से आजसू सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी भी खुलकर मैदान में है. बेरमो का परिणाम रामगढ़ से लेकर गिरिडीह तक उनके कार्य क्षेत्र पर असर डालने वाला हो सकता है. ऐसा भी माना जाता है कि आजसू के दवाब में ही भाजपा ने बेरमो प्रत्याशी का मनमाफिक चयन किया अन्यथा इस सीट पर कुछ अन्य बड़े लोगों की भी निगाहें थीं. राजेन्द्र बाबू की विरासत को संभालना कुमार जयमंगल के लिए यह चुनाव बड़ा बैरियर बना हुआ है. आज चापी में कांग्रेस बूथ स्तरीय समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं का उत्साह देखकर कुमार जयमंगल गदगद थे. भाजपा की ओर से चलकारी बस्ती में महिला चौपाल का आयोजन किया गया जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास पहुंचे.