जमशेदपुर, 23 अगस्त (रिपोर्टर) : परसुडीह थानांतर्गत यशोदानगर की रहने वाले शिव सिंह की गर्भवती पत्नी कंचन देवी की ईलाज के दौरान मौत होने पर जमकर बवाल हुआ. आरोपी डॉक्टर की गिरप्तारी व मुआवजे की मांग पर गोविंदपुर जनता रोड घंटो जाम कर दिया गया. घटना 23 अगस्त की है. उसके पति शिव सिंह रेलवे फाटक के पास सब्जी बेचते हैं. गर्भवती कंचन देवी को उसके पति शिव सिंह ने प्रसव के लिए 21 अगस्त शाम 7 बजे छोटा गोविंदपुर थाना अंतर्गत जनता मार्केट के दुर्गा क्लिनिक (नर्सिंग होम) में भर्ती कराया. क्लिनिक के संचालक डॉक्टर पीके गुप्ता ने परिवार वालों से कहा नॉर्मल डिलीवरी का चार्ज 5000 तथा अगर ऑपरेशन होने पर 30,000 रुपये लगेगा. 22 अगस्त को डॉक्टर ने कहा नॉर्मल डिलीवरी संभव नहीं है. ऑपरेशन करना ही पड़ेगा. इस कारण परिवार वाले रुपए की व्यवस्था में लगते हुए डॉक्टर को ऑपरेशन के 30, हजार रुपये दिये. 23 अगस्त, रविवार को सुबह के वक्त डॉ ऑपरेशन के द्वारा प्रसव कराने लगे. प्रसव के दौरान बच्चा स्वस्थ निकाल लिया गया. सिके बाद पीडि़ता की हालात खराब होने लगी. उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. इस बीच डॉक्टर ने परिवार वालों को टाटा मेन हॉस्पिटल ले जाने को कहा. अस्पताल ले जाने के दोरान पीडि़ता की मौत हो गयी. अस्पताल के डॉक्टर ने कंचन देवी को मृत घोषित कर दिया. घटना के बाद दुर्गा क्लिनिक के डॉक्टर पीके गुप्ता सहित मेडिकल स्टॉफ ताला बंद करके फरार हो गए. स्थानीय एवं भुक्तभोगियों का कहना है कि इससे पहले भी ऐसी चार घटना घटित हो चुकी है, जहां संचालक डॉक्टर की लापरवाही सामने आ चुकी है. मामले की लिखित शिकायत मृतका की पति शिव सिंह ने गोविंदपुर थाना में करायी है.
क्लिनिक का ताला तोड़कर की तोडफ़ोड़
घटना से गुस्साये स्थानीय लोगों ने क्लिनिक में जमकर तोडफ़ोड़ की. शीशे कचनाचुर कर दिये गये. क्लिनिक में रखे गये कुर्सियों पर भी लोगों ने गुस्सा उतारा.
शव को पोस्टमार्टम के लिए थाना प्रभारी को रोका
धटना से आक्रशित लोगों ने देखा कि टेम्पो में रखे शव को गोविंदपुर थाना प्रभारी द्वारा पोस्टमाटर्म के लिए ले जाने के प्रयास को विफल कर दिया. स्थानीय लोगों के साथ प्रभारी की बकझक होने लगी. लोगों का कहना था कि लापरवाही से ईलाज करने वाले चिकित्सक को गिरफ्तार कर मुआवजा दिया जाय.
दाह संस्कार के लिए मिलेगा बीस हजार
दुर्गा क्लिनिक संचालक डॉ पीके गुप्ता पर अपराधिक मामला दर्ज करने के बाद मुआवजा की मांग की गयी. मांगो को लेकर स्थानीय सैकड़ों महिला व पुरुष जनता रोड को जाम रखा. स्थिति बिगड़ते देख टेल्को व बिरसानगर की पुलिस पहुंच गयी. देर शाम क्षेत्र के विधायक मंगल कालिंदी, सीओ अनुराग तिवारी, थाना प्रभारी रंजीत सिंह, कांग्रेस नेता परितो सिंह, चंदन पांडेय, अभिषेक आदि पहुंचकर वार्ता करायी. हालांकि वार्ता में चिकित्सक डॉ पीके गुप्ता नही आये. प्रशासन की ओर से दाह संस्कार के लिए 20 हजार की तत्काल मदद की गयी. मौत मामले की जांच कमेटी करेगी. इसके बाद डॉक्टर पर अपराधिक मुकदमा चलाने का आश्वासन मिला. इसके बाद मामला शांत हुआ. देर रात रोड जाम हटा लिया गया.