अलकोर तूफान में नया उफान चिंटू भालोटिया, अशोक भालोटिया, चंदन मित्तल समेत अनेक ‘बड़े’ लोगों को नोटिस

जमशेदपुर, 12 अगस्त (रिपोर्टर): होटल अलकोर का मामला अभी शांत नहीं हुआ. पुलिस ने कुछ व्यवसायियों को इस मुतल्लिक नोटिस भेजकर उनका पक्ष मांगा है.
पुलिस की इस कार्रवाई से शहर के वैसे व्यवसायियों में हलचल है. लॉकडाउन के कथित उल्लंघन एवं वहां, अनैतिक धंधे को लेकर शहर में ‘प्याले में बड़ा तूफान’ देख चुका है. 24 अप्रैल को आया उक्त ‘अलकोर उफान’ शहर के प्रसिद्ध होटल और उद्योग मालिक राजीव सिंह दुग्गल, रेलवे के ठीकेदार राजेश उर्फ लड्डू मंगोतिया समेत 8 कारोबारियों की पगड़ी पहले ही उड़ा चुका है. अब नई कार्रवाई में जिन लोगों को शामिल किया जा रहा है उनमें चिंटू भालोटिया, अशोक भालोटिया, चंदन मित्तल, मनोज कांवटिया, कोई गोयल के नाम उल्लेखनीय हैं.
बताया जाता है कि एक गुमनाम पत्र के आधार पर यह कार्रवाई की जा रही है जिसमें कुछ लोगों के नाम बताए गए हैं कि वे घटना के समय होटल में थे या वहां उनका आना-जाना होता था. फिलहाल घटना के समय छापामारी के दौरान जब्त सीसीटीवी फूटेज की इमेजिंग-जांच की वैज्ञानिक रिपोर्ट आना बाकी है. इस बीच पुलिस ने सीआरपीसी 160 के तहत यह नोटिस भेज दिया है जो कानूनी रूप से एक विवाद का विषय हो सकता है.
पूरे मामले की अदालती कार्रवाई गिरफ्तार युवती के बयान पर लगभग उलट गयी. युवती ने दावा किया वह शहद पोद्दार की प्रेयषी हैं और शरद पोद्दार ने उसे होटल में ठहराया था. फिलहाल पुलिस इस प्रकरण में आईटी एक्ट लगाकर उसे साबित करने की चुनौती झेल रही है. इस बीच पुलिस ने मामले में एक नया पन्ना खोल दिया.
बताया जाता है कि उक्त गुमनाम पत्र में दावा किया गया है कि छापामारी के समय कई लोग थे जो निकल गए. ऐसे लोगों की भूमिका की जांच कराने की मांग की गई है. फिलहाल यह शिकायत ऊपर से कोल्हान डीआईजी होते हुए जिला पहुंची है जिसके तहत बिष्टूपुर थाना में दर्ज अलकोर मामले में अनुसंधानकर्ता उनलोगों की खोज और नोटिस भेजकर जांच में लगे हैं. इसके बाद ‘बड़े’ नाम बिष्टूपुर से लेकर चाईबासा, रांची का चक्कर लगाकर ‘इज्जत’ बचाने में लगे हैं. पुलिस की बिना कानूनी आधार तैयार किए और सीसीटीवी फुटेज की जांच रिपोर्ट का इंतजार किए शुरू की गई इस कार्रवाई से महानगरों की तरह जमशेदपुर में फैली होटलों में पाश्चात्य संस्कृति और उसके आड़ में गैर कानूनी हरकतों को रोकने में कितनी सहायता मिलेगी यह नहीं कहा जा सकता है. अलबत्ता यह संदेह जरूर पैदा होता है कि वैसे लोग पुलिस को बदनाम कर और ढीठ हो जाए. नोटिस में बताया गया है कि इन लोगों को सीसीटीवी फुटेज में देखा गया और वे लोग घटनास्थल से भाग निकले. उन्हें 72 घंटे के भीतर जवाब देने को कहा गया है अन्यथा कार्रवाई की चेतावनी दी गयी है. नोटिस ऐसे कारोबारियों को भेजा गया है जो कथित रूप से होटल में सीसीटीवी में देखे जा रहे हैं. अलकोर का तूफान बिष्टूपुर के थानेदार राजेश प्रकाश सिन्हा को उनके पद से उड़ा चुका है और वरीय आरक्षी अधीक्षक श्री बिरथरे के तबादले को लेकर भी काफी चर्चा हो चुकी है.

Share this News...