क्राइम रिपोर्ट जमशेदपुर 8 जुलाई: बिष्टुपुर स्थित होटल अलकोर मामले में घाघीडीह जेल में बंद होटल मालिक राजीव सिंह दुग्गल समेत अन्य आरोपी बुधवार को जेल से निकलेे। उच्च न्यायालय से उन्हें परसो जमानत मिली थी जिसके बाद आज कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद उनकी रिहाई संभव हुई। होटल में जुआ के खेल की खबर से शुरू हुआ यह मामला एक सफेद पोश दागी शरद पोद्दार और उसकी गर्लफ्रेंड को लेकर देह व्यापार के अभियोग तक जा पहुंचा। देखते-देखते हाईप्रोफाइल बन गया और सुर्खियों में छाया रहा। 24 अप्रैल को पहले लॉकडाउन उल्लंघन का मामला दर्ज हुआ, अगले दिन देह व्यापार से जा जुटा। पूरे मामले में होटल मालिक राजीव दुग्गल की गिरफ्तारी चर्चा का विषय बन गयी। दुग्गल की धर्म पत्नी कंवलजीत दुग्गल सामने आयीं और पति पर लगे इस लांछन को हटाने के लिए हर अधिकारी के पास दस्तक दी। उन्होंने कहा कि होटल की कंपनी मैं भी हिस्सेदार हूं और प्रोफेशनली काम की देख-रेख भी करती हूं और एक महिला अपनी आंखो के सामने ऐसा कुछ होता नहीं देख सकती जैसा आरोप अभियोजन ने उनके पति और उनके होटल पर लगाया। सरदार शैलेन्द्र सिंह के नेतृत्व में सिख संगत ने इस मामले को राजीव दुग्गल का चरित्र हनन बताया।
आज रिहा होने वालों में दुग्गल के अलावे होटल मैनेजर धनंजय सिंह, शरद पोद्दार, राहुल कुमार अग्रवाल, दीपक अग्रवाल, राजकुमार अग्रवाल उर्फ राजू भालोटिया है। एक अन्य आरोपी जग्गी की जमानत याचिका उच्च न्यायालय में लंबित है, जबकि राजेश मेगोतिया उर्फ लड्डू मेगोतिया हजारी प्रजापति से जुड़े लेन-देन संबंधी मामले में रिमांड में होने के कारण रिहा नहीं हो सके।
फिलहाल होटल सील है और मुख्यन्यायिक दंडाधिकारी के निर्देश पर होटल बिल्डिंग में अवस्थित दुग्गल की अन्य छ: सात कंपनियों के कॉरपोरेट कार्यालय को कर्मचारियों के वेतन भुगतान आदि जरूरी कार्यो के लिए अस्थायी रूप से दंडाधिकारी की मौजूदगी में खोला जा रहा है। बहरहाल अभियोजन के समक्ष यह बड़ी चुनौती है कि वह देह व्यापार के आरोप को कैसे साबित करेगा क्योंकि उस युवती का दावा है कि वह शरद पोद्दार का गर्लफ्रेंड थी। जिला न्यायालय ने उसे जमानत दी। अभी यह भी स्पष्ट नहीं है कि देह व्यापार में वह ‘विक्टिम है या ‘एक्युज्ड। प्रशासन को होटल को भी ‘ब्रोथेल घोषित करने की कार्रवाई करनी होगी। तभी अभियोजन का दावा पुख्ता होगा।
इस पूरे मामले के इस रूप में तूल पकडऩे के पर्दे के पीछे के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हैं। शरद पोद्दार को लेकर लोगो के जेहन में तस्वीर साफ है कि उसका इतिहास-भूगोल क्या है।