पिछले साल लिए गए थे 41 सैंपल, जांच में पान मसालों में मिला प्रतिबंधित मैग्नीशियम कार्बोनेट
मैग्निशियम कार्बोनेट से हृदय की बीमारी सहित कई गंभीर स्वास्थ्य संबंधी खतरे
रांची. 8 मई इएमएस राज्य में पान पराग, रजनीगंधा, विमल समेत 11 ब्रांड के पान मसालों की बिक्री पर अगले एक साल के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस संबंध में स्वास्थ्य सचिव सह राज्य के खाद्य संरक्षा आयुक्त डॉ. नितिन कुलकर्णी की ओर से आदेश जारी किया गया है। पिछले साल राज्य में इन पान मसालों के 41 सैंपल जांचे गए थे। जांच में अधिकांश पान मसालों में खतरनाक मैग्निशियम कार्बोनेट रसायन पाया गया है।
रिपोर्ट में पता चला कि पान मसाले का टेस्ट तीखा करने के लिए मसाले में मैग्नीशियम कार्बोनेट मिलाए गए हैं, जिससे एक्यूट हाइपर और हार्ट अटैक होने की संभावना रहती है। जांच रिपोर्ट के आधार पर स्वास्थ्य सचिव ने इन पान मसालों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है। प्रतिबंध के दौरान इन पान मसालों की बिक्री, भंडारण और इस्तेमाल करते हुए पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। बताते चलें कि राज्य में गुटखा (तंबाकू युक्त पान मसाला) पर पहले से ही प्रतिबंध है।
इन ब्रांड के पान मसालों पर प्रतिबंध
पान पराग पान मसाला, शिखर, रजनीगंधा, दिलरूबा, राज निवास, मुसाफिर, मधु, विमल, बहार, सेहत, पान पराग प्रीमियम
झारखंड में 38.9 प्रतिशत लोग करते हैं तंबाकू का सेवन
सर्वे में झारखंड में तम्बाकू सेवन करने वाले लोगों का प्रतिशत 38.9त्न है। जिसमें चबानेवाले तम्बाकू सेवन करने वालों का प्रतिशत 34.5त्न है, जो राष्ट्रीय औषत से बहुत ज्यादा है। सरकार द्वारा यदि पान मसाला के प्रतिबंध को राज्य में सही ढंग से लागू किया जाएगा तो सूबे में तम्बाकू सेवन करने वालों के प्रतिशत में और कमी आएगी।