Ranchi: निलंबित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल और सुमन सिंह की रिमांड अवधि ईडी कोर्ट ने चार दिनों के लिए बढ़ा दी है. ईडी ने कोर्ट से 9 दिन का रिमांड मांगा था लेकिन कोर्ट ने चार दिनों का रिमांड दिया है. पूजा सिंघल को 11 मई को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया था. जिसमें जज प्रभात कुमार शर्मा ने एक दिन की जेल और पांच दिनों के लिए रिमांड की अवधि दी थी..सोमवार को रिमांड अवधि खत्म होने के बाद न्यायाधीश के समक्ष आज पेश किया गया, जहां से और चार दिनों की रिमांड की स्वीकृति ईडी को मिली है.
झारखंड में 2009-10 में मनरेगा घोटाला हुआ था. उसी मामले में कुछ दिन पहले ED ने एक साथ झारखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और राजस्थान में रेड डाली थी. तब उसी रेड के दौरान ये 19 करोड़ 31 लाख रुपये बरामद किए गए.
19 करोड़ 31 लाख रुपयों में से 17 करोड़ चार्टर्ड अकाउंटेंट अकाउंट के आवास से बरामद किए गए. बाकी रुपये एक कंपनी से मिले थे. उस समय ईडी ने पूजा सिंघल के आवास के अलवा उनके पति के रांची में स्थित पल्स अस्पताल में भी रेड डाली थी.
जांच एजेंसी को सिर्फ पैसे ही बरामद नहीं हुए बल्कि कई अहम दस्तावेज भी हाथ लगे हैं. इसके अलावा दोनों द्वारा कई फ्लैट में किए गए निवेश की बात भी सामने आई है. करीब 150 करोड़ के निवेश के कागजात मिलने की बात कही गई थी.
ईडी की गिरफ्त में आई निलंबित आईएएस पूजा सिंघल को कथित तौर पर खनन का ‘काला धन’ पहुंचाने वाले अधिकारियों से एजेंसी पूछताछ कर रही है। प्रदेश के तीन जिलों दुमका, साहेबगंज और पलामू जिलों के जिला खनन पदाधिकारियों को समन भेजकर ईडी ने रांची बुलाया है। पिछले एक हफ्ते से ईडी की सिंघल के पति और उनके करीबी सीए से लगातार पूछताछ में मिली जानकारी के बाद उन तीन जिलों के खनन पदाधिकारियों को बुलाया गया है।
सरकारी सिस्टम में पैसों के लेनदेन और अवैध वसूली को लेकर निलंबित आईएएस और सीए सुमन से पूछताछ के बाद ईडी पैसों की अवैध वसूली को लेकर इन तीन अधिकारियों से एजेंसी पूछताछ करेगी। उस पूछताछ के दौरान कई सफेदपोशों तक पैसों के लेनदेन का राज खुलेगा।
कौन हैं ये तीन पदाधिकारी
उनमें दुमका के डीएमओ कृष्ण कुमार किस्कु, साहेबगंज के विभूति कुमार और पलामू के आनंद कुमार शामिल हैं। दुमका के किस्कु इससे पहले साहेबगंज में पोस्टेड थे और उनके खिलाफ निलम्बन की कार्रवाई भी हुई थी। इतना ही नहीं सूत्रों की माने तो उन्होंने कथित अवैध वसूली के लिए गुर्गो की एक टीम भी पाल रखी है। उसी तरह के आरोप साहेबगंज के मौजूद जिला खनन पदाधिकारी के ऊपर भी लगते हैं। दरअसल साहेबगंज के बरहेट से सीएम हेमन्त सोरेन विधायक हैं और उस इलाके में उनके विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा का काफी दबदबा है। इसका अंदाजा इकाई से लगाया जा सकता है कि वहां के डीएमओ पिछले चार साल से उसी पद और बने हुए हैं। वहीं पलामू जिले से भी ऐसी शिकायतें आम हैं