जमशेदपुर, 11 जुलाई: उद्यमी एवं अल्कोर होटल के मालिक राजीव सिंह दुग्गल ने जेल से रिहा होने के बाद आज कुछ पत्रकारों से अनौपचारिक मुलाकात में होटल अल्कोर परिसर का सील खोलने और वहां अवस्थित उनकी अन्य कंपनियों में स्वतंत्र रूप से काम करने देने की जिला प्रशासन से अपील की।
श्री दुग्गल ने कहा कि उनके विरूद्ध जो गंदा अभियोग लगाया गया उस पर अदालत फैसला करेगी। उच्च न्यायालय ने उन्हें इस आरोप में जमानत पर रिहा कर दिया है। मामला न्यायालय में विचाराधीन है और उन्हें न्यायालय पर पूरा भरोसा है। फिलहाल उनकी गुजारिश है कि जिला प्रशासन उनकी कंपनियों का व्यवसाय और उनका संचालन करने की अनुमति दे क्योंकि इससे वित्तीय नुकसान हो रहा है जिसमें सरकारी राजस्व शामिल है। श्री दुग्गल ने कहा उन्होंने अपनी कंपनियों के जरिए वित्तीय वर्ष 2018-19 में 33 करोड़ रूपए जी एस टी और आयकर मद में सरकार को जमा कराए। होटल के अलावे उनके द्वारा संचालित कंपनियों में लगभग 700-750 लोगों का रोजगार जुड़ा है। इस पूरे मामले में कार्यालयों और होटल बिल्ंिडग का कोई कसूर नहीं है। 31 मार्च, 2020 को समाप्त वित्तीय वर्ष 2019-20 का लेखा जोखा और टैक्सेशन के साथ कंपनी ला विभाग, आयकर जी एस टी से जुड़े संवैधानिक औपचारिकताओं का निर्वहन लंबित हो गया है। उन्होंने कहा पुलिस प्रशासन से लड़कर कोई जीत नहीं सकता, अतएव वे गुजारिश ही कर सकते हैं। उन्होंने बताया 1967 से उनका परिवार जमशेदपुर में है और वे पिछले 45 सालों से कई उद्योग चला रहे हैं। सिर्फ जे एम टी में वे ढाई हजार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराते थे। जमशेदपुर में उनकी छवि एक स्वच्छ उद्यमी की रही लेकिन इस एक मामले ने कलंकित कर दिया। उन्हें पुलिस थोड़ा भी अपना पक्ष रखने का अवसर देती तब शायद वह उसे संतुष्ट कर पाते। उन्हें पुलिस ने बुलाया तो सहज चले गए। सपने में भी नहीं सोचा कि उनपर आई टी की दफा 3, 4, 5,… लगायाजा रहा है। पुलिसकर्मी कहते रहे एस एस पी बात करना चाहते हैं लेकिन उनके मन में कुछ और था। श्री दुग्गल ने कहा कि देश में यह पहली घटना होगी जब किसी कमरे में तथाकथित ‘अपराधÓ के लिए पूरे होटल या प्रतिष्ठान को ही सील कर दिया गया हो।
श्री दुग्गल ने कहा कि जिन आरोपों और मामले में उन्हें जेल भेजा गया वह अत्यंत ही पीड़ादायक एवं निराशाजनक है। मैं अभी तक नहीं समझ पाया पीछे क्या कारण हैं, तथापि मैं हौसले को बांधकर अपने ऊपर लगाए गए इस गंदे दाग को साफ करके दम लूंगा। होटल में विभिन्न विभाग हैं जिनके अलग-अलग मैनेजर हैं। होटल में गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार विदेशी गेस्ट भी ठहरे थे। वहां लाकडाउन में खिचड़ी वितरण का भी काम चल रहा था। वह युवती भी गेस्ट के रूप में ठहरी थी जिसके बारे में अब साफ हो गया है कि वह शरद पोद्दार की महिला मित्र थी। होटल में कौन गेस्ट आते हैं यह जानकारी मैं नहीं रखता था।
इस मौके पर उनकी पत्नी कंवल दुग्गल ने भी उसी भावुकतापूर्ण ढंग से अपनी बातें रखीं जैसा पूर्व में व्यक्त किया था। उन्होंने कहा होटल उनका और उनकी बेटियों का ड्रीम प्रोजेक्ट है जिसे वे लोग अत्यंत ही पेशेवर ढंग से चलाते हैं। कोई महिला और बेटी पर अपने पति या पिता पर लगाए गए ऐसे वीभत्स अभियोग को बर्दाश्त नहीं कर सकतीं जब वे स्वयं होटल के कार्यों की निगरानी में शामिल रहती हों। कंवल दुग्गल ने कहा कि पिछले दिनों दंडाधिकारी की मौजूदगी में कारपोरेट आफिस खोलकर जब कर्मचारियों के वेतन भुगतान की प्रक्रिया चली उन्हें और बेटियों को कार्यालय में भीतर नहीं घुसने दिया गया। तब वे बाहर सीढिय़ों पर बैठकर आंसू बहाती रहीं कि अपने ही कार्यालय में नहीं जा पा रहे।
श्री दुग्गल के अधिवक्ता हर्ष पांडे ने कहा कि पूरे मामले में पुलिस ने चार्जशीट फाइल कर दिया है लेकिन श्री दुग्गल के विरूद्ध इतना ही साक्ष्य उल्लेख किया है कि उनका मोबाइल लोकेशन बिष्टुपुर क्षेत्र में मिला। सी सी टीवी फुटेज हो या युवती से किसी प्रकार की मुलाकात की बात हो उनके खिलाफ अभियोजन को कुछ नहीं मिला। एक चैनल द्वारा किए गए मीडिया ट्रायल में जो मुजरे की क्लीपिंग चलाई गई वह भी झूठी और यूट्यूब से निकाली गयी अन्यत्र स्थल की थी।