रांची, झारखंड में टीकाकरण में राहत मिली है। 2,57,790 डोज कोविशील्ड वैक्सीन आज झारखंड पहुंची है। इसे जिलों को आवंटित किया जा रहा है। राज्य में कोविशील्ड एवं कोवैक्सिन दोनों वैक्सीन लगभग खत्म हो जाने से टीकाकरण प्रभावित हो रहा था। पहले इतनी डोज वैक्सीन 15 जुलाई को मिलनेवाली थी। राज्य सरकार के अनुरोध पर यह पहले भेजी गई।
झारखंड में वैक्सीन की कमी के कारण टीकाकरण पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। अभी तक जिलों में बची हुई वैक्सीन से काम चलाया जा रहा था। कोविशील्ड वैक्सीन आ जाने से अब टीकाकरण सामान्य हो सकेगा। राज्य सरकार के अनुरोध के बाद केंद्र के निर्देश पर सीरम इंस्टीट्यूट ने सोमवार को वैक्सीन भेजने पर सहमति दी। पहले यह वैक्सीन 15 जुलाई को आनेवाली थी।
जुलाई में पांच दिन प्रभावित रहा टीकाकरण
जुलाई महीने के पिछले 11 दिनों की बात करें तो इनमें पांच दिनों तक टीकाकरण खासा प्रभावित रहा। जहां राज्य में प्रतिदिन एक लाख से अधिक लोगों को टीके पड़ रहे थे, वहीं इन पांच दिनों तक रोजाना औसतन 40 हजार से भी कम टीकाकरण हुआ। बता दें कि इससे पहले वैक्सीन नहीं होने के कारण जुलाई के पहले सप्ताह में भी टीकाकरण प्रभावित हुआ था। 30 जून को लगभग 23 हजार तथा एक जुलाई को 33 हजार लोगों को ही टीका लग पाया था।
अगले दिन दो जुलाई को 23 हजार लोगों का टीकाकरण हुआ। इसके बाद वैक्सीन पहुंचने पर टीकाकरण ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ी, लेकिन आठ जुलाई को फिर टीकाकरण प्रभावित हुआ। इस दिन महज 21 हजार लोगों का टीकाकरण हुआ। नौ जुलाई को भी 17 हजार लोगों का ही टीकाकरण हो सका। एक लाख डोज कोवैक्सीन मिलने से 10 जुलाई को 72 हजार लोगों का टीकाकरण तो हुआ, लेकिन इसके बाद फिर वैक्सीन का टोटा हो गया।
निजी अस्पतालों में नहीं जा रहे लोग
सरकारी टीका केंद्रों पर वैक्सीन नहीं होने के कारण लोग बिना टीका लिए लौट रहे हैं, लेकिन निजी अस्पतालों में टीका लेने नहीं जा रहे हैं। इन अस्पतालों में वैक्सीन रहते हुए भी बहुत कम संख्या में लोग टीका लेने पहुंच रहे हैं। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि वैसे सक्षम लोग जिनकी दूसरी डोज पड़ने का समय आ गया है, उन्हें निजी अस्पतालों में भी समय पर दूसरी डोज का टीका लेना चाहिए।
दूसरी डोज की प्रतीक्षा कर रहे लोग सर्वाधिक परेशान
रविवार को वैक्सीन की कमी के कारण विभिन्न जिलों में अधिसंख्य टीका केंद्र बंद रहे। सबसे अधिक परेशान दूसरी डोज की प्रतीक्षा कर रहे लोग रहे। कई लोगों का दूसरी डोज का टीका लेने का समय आ गया है, लेकिन वे टीका नहीं ले पा रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में बुजुर्ग हैं। ऐसे कई लोगों की टीका लेने की निर्धारित अवधि भी खत्म हो गई है। हालांकि कोविशील्ड उपलब्ध होने से अब इनका टीकाकरण हो पाएगा। कोवैक्सीन लेनेवालों की परेशानी बनी रहेगी।