रामगोपाल जेना
चक्रधरपुर ।
चक्रधरपुर रेलवे हाई स्कूल में आगामी 25 जनवरी को आयोजित होने वाली 151 कुंडीय महायज्ञ को ले सोमवार को प्रचार रथ को रवाना किया गया।विहंगम योग प्रचार रथ को आश्रम से आये विद्यार्थीगन एवं अवधेश कुमार, वसंत महतो, एस रवि, अंचित, श्रृष्टि, मीठी, जीतू, छोटी, मंत्रोच्चारण के साथ रवाना किया
यज्ञ और अदभूत कार्यक्रम चक्रधरपुर में विहंगम योग को हठयोग, राजयोग, लययोग, भक्तियोग, आसन, प्राणायाम मंत्र योग के द्वारा नहीं जाना जा सकता है। विहंगम योग का आरंभ तो वहां से बताया गया है जहाँ से मन मनन करने में असमर्थ हो जाता है। वुद्धि विवेचन करने में असमर्थ हो जाता है। जहाँ पर चित चिंतन नहीं करवाता इसलिए अध्यात्म जगत का सूर्य सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने कहा – मन वाणी पहुंचे नहीं प्रज्ञा गम नहीं सोय। मन मंडल के भीतरे सकल पंथ चल आय। गोस्वामी तुलसीदास कहते है गो गोचर जहाँ लगी मन जाई। वहां तक माया जानहूं भाई। अब आप विचार कीजिए विहंगम योग है क्या इसलिए 25-जनवरी 2020 को यज्ञ और विहंगम का कार्यक्रम रेलवे हाई स्कूल मैदान चक्रधरपुर में रखा गया है। मानव जीवन की महत्ता केवल रोटी कपड़ा और मकान तक सीमित नहीं है। मानव जीवन का महता देवताओं से भी उपर है। इसलिए गोस्वामी जी ने कहा बड़े भाग्य मानुष तन पादा। सुर दुर्लभ सब ग्रंथन हिगावा। साधन धाम मोक्ष कर द्वारा। पाई न जेहि लोक संवारा। अब आप कहाँ भूले हैं विचार करें ईश्वर कृपा तब मानिये दे मानव अवतार। गुरू कृपा तब जानिए छूटा संसार। संत कबीर।
आगामी विहंगम योग सम्मेलन सह 151 कुंडीय वेदिक महायज्ञ के निमंत्रण सूचनाथॅ हेतु जन जागृति के लिए विहंगम योग प्रचार रथ को रवाना करते हुए आश्रम से आये विद्यार्थीगन एवं अवधेश कुमार, वसंत महतो, एस रवि, अंचित, श्रृष्टि, मीठी, जीतू, छोटी, मंत्रोच्चारण के साथ।