रविवार को सनसाइजर्स हैदराबाद की ओर से कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में ही jammu kashmir के तेज गेंदबाज उमर मलिक ने अपनी रफ्तार से सबको प्रभावित कर दिया है। उन्होंने इस दौरान 150.06 किमी किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी जो इस सीजन में किसी भारतीय की ओर से फेंकी गई सबसे तेज गेंद है। हैदराबाद की टीम में टी नटराजन को कोरोना होने की वजह उनकी अनुपस्थिति में उमर को टीम में शामिल किया गया था। वह टीम के साथ नेट बॉलर के रूप में जुड़े हुए थे।
21 साल के उमरान को भले ही कोई विकेट नहीं मिला लेकिन उन्होंने 4 ओवर में कुल 27 रन ही दिए। उन्होंने टी20 क्रिकेट में अपना डेब्यू इसी साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में जम्मू-कश्मीर के लिए किया था। मलिक को KKR के खिलाफ मैच में तेज गेंदबाज संदीप शर्मा के स्थान पर हैदराबाद की प्लेइंग-XI में शामिल किया गया। उमरान ने अपने डेब्यू मैच में अपनी स्पीड से सबको प्रभावित किया। कमेंट्री से लेकर सोशल मीडिया तक उनकी स्पीड की चर्चा हुई। इससे पहले कार्तिक त्यागी ने IPL में ही 147 की रफ्तार से गेंद फेंकी थी।
सनराइजर्स हैदराबाद प्ले ऑफ से बाहर
दुबई में खेले गए इस मुकाबले में हालांकि उमरान की टीम हैदराबाद को 6 विकेट से हार झेलनी पडी। कोलकाता नाइटराइडर्स ने हैदराबाद टीम निर्धारित 20 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 115 रन बना पाई, जिसके बाद कोलकाता ने लक्ष्य को 2 गेंद शेष रहते 4 विकेट खोकर हासिल किया। कोलकाता टीम इसी के साथ प्ले ऑफ की रेस में बरकरार है, जबकि हैदराबाद पहले ही इस दौड़ से बाहर हो चुकी है।
फास्ट बॉलिंग में बेताज बादशाह बनता जा रहा है भारत
भारतीय क्रिकेट में एक दौर था जब ये कहा जाता था कि इंडिया में फास्ट बॉलर्स पैदा नहीं हो सकते। लोग कहते थे कि तेज गेंदबाज पाकिस्तान में और स्पिनर भारत में होते हैं। साल 1980 के दशक में टीम इंडिया को कपिल देव के रूप में सही मायनों में पहला तेज गेंदबाज मिला। 1990 का दशक जावागल श्रीनाथ के नाम रहा।
उसके बाद आए जहीर खान, आशीष नेहरा, अजीत आगरकर और इरफान पठान जैसे गेंदबाज। तब लगने लगा कि भारत में फास्ट बॉलर्स को लेकर कही जाने वाली कहावत गलत हो रही है और ऐसा हुआ भी। मौजूदा दौर में दुनिया का बेस्ट पेस अटैक भारत के पास है।