1 मार्च से देश में कुछ अहम बदलाव लागू होने जा रहे हैं. इनका संबंध सीधे-सीधे आम लोगों से है. ये बदलाव बैंकिंग, स्वास्थय और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े हैं. आइये जानते हैं कि 1 मार्च से क्या-क्या बदल जाएगा.
बैंकिंग क्षेत्र का बदलाव
विजया बैंक और देना बैंक के IFSC कोड 1 मार्च 2021 से काम नहीं करेंगे. 1 मार्च से ग्राहकों को नए IFSC कोड का इस्तेमाल करना होगा. बैंक ऑफ बड़ौदा इस बारे में ग्राहकों को पहले ही सूचित कर चुका है.
बता दें विजया बैंक और देना बैंक का विलय बैंक ऑफ बड़ौदा में हो गया है था. यह विलय 1 अप्रैल 2019 से प्रभावी हुआ था. इस विलय के बाद इन दोनों बैंकों के ग्राहक बैंक ऑफ बड़ौदा के कस्टमर बन गए है. बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा है कि नए MICR कोड वाली चेक बुक 31 मार्च 2021 तक प्राप्त की जा सकती है.
‘विवाद से विश्वास’ योजना के तहत जानकारी देने की समय सीमा बढ़ी
आयकर विभाग ने शुक्रवार को प्रत्यक्ष कर विवाद समाधान योजना ‘विवाद से विश्वास’ के अंतर्गत विवरण देने की समयसीमा बढ़ाकर 31 मार्च और भुगतान के लिए समय 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया है.
आयकर विभाग ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘सीबीडीटी ने विवाद से विश्वास कानून के तहत घोषणा करने की समयसीमा बढ़ाकर 31 मार्च, 2020 कर दी है. बिना अतिरिक्त राशि के भुगतान की समयसीमा बढ़ाकर 30 अप्रैल, 2021 कर दी गयी है.’’ बता दें इस योजना के तहत घोषणा करने की समयसीमा 28 फरवरी थी जबकि विवादित कर राशि भुगतान की समयसीमा 31 मार्च थी.
बुजुर्गों और बीमारों को लगेगा कोरोना वैक्सीन
1 मार्च से स्वास्थ्य क्षेत्र में अहम नियम लागू होने जा रहा है. 60 साल से ज्यादा उम्र के बुजुर्गों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को 1 मार्च से कोविड का टीका लगना शुरू हो जाएगा. सरकारी अस्पतालों में यह मुफ्त लगेगा. वहीं प्राइवेट अस्पतालों में इसका पैसा देना होगा.
प्राइमरी स्कूल खुलेंगे
देश के तीन राज्यों में एक मार्च से स्कूल खुलेंगे. यूपी और बिहार में सभी प्राइमरी स्कूल (कक्षा 1 से 5) 1 मार्च से खुल जाएंगे. वहीं हरियाणा सरकार ने 1 मार्च से ग्रेड 1 और 2 के लिए नियमित कक्षाएं शुरू करने का फैसला किया है. हरियाणा में कक्षा 3 से 5वीं के छात्रों के लिए स्कूल पहले से खुल चुके हैं