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*●संथाल परगना के सभी जिले से उज्ज्वला दीदी सम्मेलन में शामिल हुईं*
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*★जहाँ नारी की पूजा की जाती है वहीं ईश्वर का वास् होता है…*
*—रघुवर दास, मुख्यमंत्री झारखण्ड*
*दुमका*
प्राचीन काल से ही भारत में नारीशक्ति को सम्मान विरासत में दी गई है। कहा भी गया है ‘‘जहाँ नारी की पूजा की जाती है, वहीं ईश्वर का वास होता है।’’ राज्य सरकार ने महिलाओं को सशक्त करने की ठानी है, जिससे वे स्वयं सम्मान के साथ जीयें। महिला शक्ति को समाज की शक्ति और राज्य की शक्ति बनाना उज्ज्वला दीदी सम्मेलन का उद्देश्य है। हमारी माताओं बहनों के ही कारण आज भी कुटुंब व्यवस्था हमें देखने को मिलती है और इसकी चर्चा विदेशों में भी होती है। महिलाएं परिवार को एक साथ लेकर चलने का कार्य करती है। महिलाओं में कष्ट सहने की अद्भूत शक्ति होती है। वे अपनी जरूरतों को भी छुपा लेती है। लेकिन सरकार ने महिलाओं के दर्द को समझा है उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने की दिशा में कई कार्य किए हैं। ये बातें मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कही। श्री दास इंडोर स्टेडियम, दुमका में प्रमंडलस्तरीय उज्ज्वला दीदी सम्मलेन को संबोधित कर रहे थे।
*महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रहीं हैं*
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाएं सम्मान के साथ जी सकें इसे ध्यान में रखते हुए कई योजनाओं को लागू किया गया है। महिला शक्ति को राज्य की शक्ति बनाना है। आज महिलाएं हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं। बस उन्हें मौका मिलने की जरूरत है। हमारी माताएं बहनें किसी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेंगी।