सरायकेला- खरसावां जिला पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। जिले की पुलिस ने करोड़ों रुपए मूल्य के ड्रग्स और अवैध विदेशी शराब के कारोबार का खुलासा किया है. पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कार्यवाई करते हुए खरसावां थाना क्षेत्र के पदमपुर गांव से से करोड़ों रुपए मूल्य के डोडा पोस्ता और अवैध विदेशी शराब के कारोबार का खुलासा किया है.
जिला पुलिस ने इस मामले में 7 तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. इसके अलावा पुलिस ने तस्करी के लिए प्रयोग में लाए जा रहे पिकअप वैन और ऑटो भी जब्त किए हैं. प्रेस वार्ता के दौरान मामले का खुलासा करते हुए एसपी मोहम्मद अर्शी ने बताया कि नक्सल प्रभावित इलाके में लगातार अवैध रूप से अफीम की खेती की सूचना मिल रही थी. जिसको लेकर सरायकेला एसडीपीओ के नेतृत्व में दो टीम का गठन कर या छापेमारी की गयी. जहां से पुलिस ने 57 बोरा अफीम का डोडा, पाउडर, लैनिंग मशीन बरामद किया है. एसपी ने बताया इसका बाजार मूल्य करोड़ों में है. वहीं इसी क्रम में छापेमारी टीम को 600 बोतल अवैध विदेशी शराब भी मिला. जिसे पुलिस ने ज़ब्त कर लिया है.. जिसकी कीमत लाखों में बताई जा रही है. जिला पुलिस के लिए इसे बड़ी कामयाबी के रूप में देखी जा रही है।
*एक्साइज और नारकोटिक्स एक्ट के तहत की गई कार्रवाई* .
जिला पुलिस द्वारा अनुसंधान में यह पता चला कि आरोपियों द्वारा अपने घर में ही नशे के इस बड़े खेप को छुपा कर रखा गया था , जिसके बाद मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में उनके घरों की तलाशी ली गई और सभी सामानों को बरामद किया गया , जिला पुलिस द्वारा एक्साइज और एनडीपीएस नारकोटिक्स एक्ट के तहत यह कार्रवाई की गई है और आरोपियों पर मामला दर्ज कर लिया गया है, पुलिस के इस कार्रवाई में गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में मुख्य रूप से उग्रसेन मंडल. अशोक लोहार ,विकास केसरी , मानस मंडल, राजकुमार केसरी, राज वादिया ,सपन कुमार साहू शामिल है।
*नक्सलियों द्वारा कराई जाती है नशे की खेती*
मामले के उद्भेदन के साथ जिला पुलिस को इस बात का भी पता चला है, कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र होने के कारण जिले की खरसावां और कुचाई के इन इलाकों में नक्सलियों के संरक्षण में ही बड़े पैमाने पर नशे की खेती होती है, जिसे चोरी छुपे ग्रामीण रास्तों के द्वारा शहर तक पहुंचाया जाता है, पुलिस द्वारा मामले की गहनता से तफ्तीश की जा रही है और मामले के तार अन्य लोगों से भी जुड़े होने के आसार मिले हैं.