मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार ने इस प्रकार के भाषण पर संज्ञान लिया है। झारखण्ड पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि उचित समझे जाने पर कार्रवाई की जा सके। राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव और भाईचारे को बाधित करने का प्रयास करने वाले के लिए ‘जीरो टॉलरेंस’ होगा। मेरा आग्रह राज्यवासियों से होगा कि आप किसी की भावना को ठेस न पहुंचाएं। उत्तेजना
युक्त भाषण न दें।
*मुख्यमंत्री ने इसलिए कहा ऐसा…*
मुख्यमंत्री को वीडियो क्लिप (ट्वीट) के जरिये दिखाया गया कि राजधानी के एक होटल में एक सम्प्रदाय के लोगों द्वारा “गद्दारों” शब्द का उपयोग करते हुए उनका बहिष्कार करने की शपथ दिलाई गई। ऐसा करना आपसी सद्भाव और भाईचारे को खराब करेगा। सरकार इसपर संज्ञान ले। इसके बाद मुख्यमंत्री ने मामले की जांच का निदेश पुलिस को दिया है।