जमशेदपुर, 22 जुलाई (रिपोर्टर) : बिरसानगर के अधिवक्ता की हत्या मामले में पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास द्वारा विधायक सरयू राय का नाम जोड़े जाने पर श्री राय ने कहा कि यह घटना निंदनीय है. इसलिये उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री व डीजीपी को पत्र लिखकर इसकी सीबीआई जांच कराने की मांग की है. इसमें कोई भी दोषी है, उसे सजा जरुर मिलनी चाहिये. दोषी को सजा जरुर मिले, लेकिन युवा अधिवक्ता की हत्या पर राजनीति नहीं होनी चाहिये.उन्होंने डीजीपी को लिखा है कि मामले की जांच सीबीआई से कराई जाये क्योंकि इसमें राजनीति घुस गयी है और भाजपा को पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं है।
आज अपने बिष्टुपुर आवास में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री इस हत्याकांड के बहाने अपनी हार की खीज उतार रहे हैं. उन्हें थोड़ा धैर्य रखना चाहिये, अभी तो छह माह ही हुए हैं और साढ़े चार वर्ष झेलना है. वैसे रघुवर ने उन्हें छेड़कर जो निमंत्रण दिया है वह स्वीकार है, जरुर सूद के साथ लौटाएंगे. श्री राय ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपाइयों की मौजूदगी में मृतक के भाई ने अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप पहले भाजपा के ही केन्द्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा पर लगाया, उसके बाद उनके छह माह से सरयू के नाम पर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि केंद्र् में भाजपा की सरकार है, गृहमंत्री हैंं, भाजपा के अध्यक्ष नड्डा जी हैं।/ ये लोग फैसला कर दें कि भाजपा का उनका एक नेता भीड़ मेंखड़ा होकर दूसरों से भाजपा के ही बड़े नेता का नाम ले रहा है तो इसकी जांच हो ही जानी चाहिये। ऐसा लगता है कि अमूल्यो को अभी तक अर्जुन मुंडा संरक्षण देते थे। और जब वे केंद्र मे ंचले गये तो उन्होंने मुझे सौंप दिया। संवाददाता सम्मेलन में भाजमो के जिला संयोजक राम नारायण शर्मा, हरेराम सिंह, संजीव आचार्य, जोगिंदर सिंह जोगी, अजय सिन्हा आदि भी मौजूद थे.
सरयू ने गिनाये सीएम कार्यकाल की घटनाएं
सरयू ने कहा कि शीशे के घरों में रहनेवाले दूसरे के घरों में पत्थर नहीं फेंका करते. जिस तरह रघुवर दास के मुख्यमंत्रीत्वकाल में उनके नवरत्नों ने शहर में जो तमाशा किया, वह जनता भूली नहीं है. उनके भाई ने गोलमुरी थाने के हाजत से निकालकर सिख युवक की पिटाई, उनके पुत्र द्वारा एक महिला से अभद्र व्यवहार का ऑडियो वायरल, और पुलिस को लेकर सड़क पर सायरन बजाकर धूमना आतंक नहीं था। विधायक प्रतिनिधि ने सीतारामडेरा में एक भाजपाई से अभद्र व्यवहार, शहर के कई इलाकों में सरकारी व टाटा की जमीन को घेरकर बेचने आदि प्रत्यक्ष प्रमाण है उ्र्न्होंने कहा कि पूरे 25 साल की जांच हो जाये कि अपराधियों को और आतंक को कौैन संरक्षण दे रहा था या आज मैं दे रहा हूं। भाजपा में रहे और नई नवेली दुल्हन के रुप में आये नेता की जमीन और मकान कब्जा के बारे में भी जांच होनी चाहिये। बिरसानगर में जो हालत है वह आज की नहीं है। 25 साल में क्या हुआ यह जनता जानना चाहती है। .