रवि सेन
चांडिल: महाषिवरात्रि के पावन अवसर पर चांडिल अनुमंडल में श्रद्धालुओं की आस्था चरम पर पहुंच गई. दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी के षिखर पर स्थित भोले बाबा के मंदिर में झारंखड के साथ पड़ोसी प्रदेष से आये हुए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. गुरुवार रात्रि से ही श्रद्धालुओं का मंदिर जाना प्रारंभ था. शुक्रवार को दलमा मुख्य द्वार शहरबेड़ा से मंदिर परिसर तक भोले बाबा के जयकारो से गुंज रही थी. षिवलिंग से रास्ते तक भक्तों का तांता लगी हुई देखी गई. महाषिवरात्रि के अवसर पर दलमा षिवलिंग पर लगभग हजारो श्रद्धालुओं ने पुजा अर्चना किया. वही एन एच 33 स्वर्णरेखा नदी के किनारे बसे जयदा स्थित प्राचीन कालीन षिव मंदिर में हजारो हजार की संख्या में श्रद्धालुओं ने पुजा अर्चना किया. श्रद्धालु भक्तिभाव के साथ बेलपत्र, धतूरा, भांग, पुष्प, फल से भगवान शिव की पूजा-अर्चना की. साथ ही दूध व जल से शिवजी का अभिषेक किया. शुक्रवार को सुबह से ही जयदा मंदिर मे भक्तो का कतार मे लगकर पजा अर्चना करते हुए देखा गया. वही सुरक्षा के कड़े इंतजाम देखा गया. मंदिर परिसर से एन एच तक पुलिस जवान कि तैनाती किया गया था. इसके अलावे चांडिल गोलचक्कर, चांडिल बाजार, शहरबेड़ा, चिलगु, कुकडू के जारगो महादेव बेड़ा, ईंचागढ़ के चर्तुमुखा, बांका महादेव, देवलटांड, जारगोडीह, बारूणा, कुटाम, सितु, चावलिवासा आदि जगह पर स्थित बाबा के मंदिर पर श्रद्धालुओं आस्था प्रकट किया.