जमशेदपुर 13 अगस्त
(रिपोर्टर) :होटल अल्कोर मामले में कुछ प्रतिष्ठित व्यवसायी को जेल चले गये लेकिन कुछ वैसे असली रंगीन मिजाज और समाज के दागी लोग बच गये।
डीआईजी के माध्यम से जांच के अधीन घूम रहे पत्र में इन्हीं लोगों के नाम का उल्लेख है। पुलिस इनको चुनकर नोटिस भेज रही है, लेकिन सवाल उठ रहा है कि जब वे सीसीटीवी में दिख रहे हैं तो इन्हें इतने दिनों तक क्यों छोड़ा गया जबकि ऐसे ही आरोप में 9 आरोपी जेल भेज दिये गये।
पत्र में उल्लिखित लोगों को एक खास समाज का कर्णधार माना जाता है। होटल के सीसीटीवी में गोयल, भालोटिया,मारवाड़ी युवा मंच के पूर्व पदाधिकारी, गोशाला के कतिपय पदाधिकारी, चैम्बर के पदाधिकारी, समाजके एक जमाने में रह चुके पूर्व अध्यक्ष ,सी.ए., साकची के एक चर्चित …उंटिया नामधारी व्यक्ति शामिल हैं। आठ आदमी पकड़ाने के बाद बदनाम हो गये। लेकिन ऐसे असंख्य लोग सफेदपोश बनकर कंबल ओढे समाज का अगुवा बने हुए हैं।इन्हें एक विशेष रोग है जिसकी दवा की खोज में वे किसी हद तक जा सकते हैं। हाईवे के फार्म हाउस वाले भी चर्चा में हैं। इनमें सराय..नंद..उंटिया, सब शामिल हैं।
पुलिस ने इस मामले में नोटिस देकर समाज मे ंकई चर्चाओं को जन्म दे दिया है।