नई दिल्ली. भारतीय रेलवे (Indian Railways) ने पश्चिम बंगाल, असम और बिहार में CAA विरोधी प्रदर्शनों में रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में शामिल अब तक 21 शरारती तत्वों की पहचान की है. इन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ‘पीटीआई’ को यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि करीब 87.99 करोड़ रुपये की संपत्ति के नुकसान की भरपाई इसमें शामिल लोगों से की जाएगी. संसद द्वारा नागरिकता (संशोधन) कानून पारित किए जाने के कुछ दिन बाद देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन हुए और प्रदर्शनकारियों एवं पुलिस के बीच हिंसक झड़पें भी हुईं. हिंसक प्रदर्शनों में शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया गया और गिरफ्तार किया गया. नाराज प्रदर्शनकारियों ने बसों में आग लगाई, पटरियों पर अवरोधक डाले और ट्रेन के डब्बे भी जलाए.
आपको बता दें कि संसद द्वारा नागरिकता कानून (CAA) पारित किए जाने के बाद बीते दिनों देश के विभिन्न हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इन प्रदर्शनों के दौरान भीड़ में शामिल लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें भी हुई थीं. बीते दिनों रेलवे ने कलकत्ता हाई कोर्ट में दाखिल अपनी रिपोर्ट में बताया था कि अकेले बंगाल में ही 13 से 15 दिसंबर के बीच हुए इन प्रदर्शनों में 84 करोड़ रुपये की रेल संपत्ति का नुकसान हुआ है.
RPF के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि करीब 87.99 करोड़ रुपये की संपत्ति के नुकसान की वसूली उपद्रवों में शामिल लोगों से की जाएगी. रेलवे अधिकारियों ने कहा कि अब तक राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने 27 मामले और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 54 मामले दर्ज किए हैं.
रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, आगजनी एवं हिंसा के संबंध में 21 लोगों को गिरफ्तार किया है. आरपीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, अब तक 21 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कुछ लोगों को घटनास्थल से गिरफ्तार किया गया और कुछ लोगों की पहचान वीडियो फुटेज के जरिए की गई है.
इससे जुड़े वीडियो के स्रोत का पता लगाया जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि अभी और भी लोगों को गिरफ्तार किया जाएगा. इनमें ज्यादातर लोग जो गिरफ्तार किए गए हैं वे बंगाल से हैं. आरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जो लोग रिकवरी के लिए गिरफ्तार किए गए हैं उनको नोटिस भेजा जाएगा.