जमशेदपुर 8 जून: होटल अल्कोर के एम डी राजीव सिंह दुग्गल की पत्नी कंवल गुग्गल ने पति की गिरफ्तारी के समय ली गयी एक तस्वीर का हवाला देते हुए दावा किया कि पुलिस ने दुर्भावना से ग्रस्त होकर कार्रवाई की।
उन्होंने कहा कि यह तस्वीर बहुत कुछ बयान करती है। पुलिस यह अंदेशा नहीं जता सकती कि राजीव सिंह दुग्गल भाग जाते इसलिए उन्हें हथकड़ी लगाई गयी जबकि रात 3 बजे बिना किसी वारंट के भी घर आने पर राजीव ने सहयोग किया और उसके साथ थाना आ गए। हथकड़ी लगाते समय पुलिस ने कोविड के इस भयावह दौर में दो गज की दूरी जरूरी संबंधी सावधानी का ध्यान नहीं रखा। पुलिस ने हथकड़ी लगाने संबंधी सर्वोच्च न्यायालय के गाइड लाइन का पालन नहीं किया।
कंवल दुग्गल ने कहा कि यह विद्वेषात्मक ढंग से अपमानित करने की कार्रवाई का स्पष्ट नमूना है। पुलिस ने यह भी ध्यान नहीं रखा कि होटल अल्कोर में महाप्रबंधक कस्टोडियन नियुक्त है। अगर पुलिस को वहां कुछ गैरकानूनी गतिविधि का प्रमाण मिला तब उसके लिए कस्टोडियन के नाते महाप्रबंधक को जिम्मेवार ठहराती। पहले दिन दर्ज किए गए लाकडाउन उल्लंघन मामले में तो राजीव दुग्गल को अभियुक्त नहीं बनाया गया। फिर अगले दिन होटल में लड़की के होने और देह व्यापार के कथित अवैध धंधे के संचालन की मीडिया कहानी प्रसारित होने और ‘अदृश्य शक्तियों के हावी होने पर उनके पति को भी घसीट लिया गया।
कंवल दुग्गल ने कहा कि उनके और बेटियों की नजर में राजीव सिंह दुग्गल एक जिम्मेवार पति और पिता हैं जो अपने कारोबार से मतलब रखते हैं। होटल में उनकी अन्य कंपनियों के कारपोरेट आफिस होने के चलते वहां उनका आना-जाना लगा रहता था लेकिन उसका प्रवेश द्वार अलग से बना है।
कंवल दुग्गल ने कहा कि उनके पति को अभियुक्त बनाने के बावजूद उनको अपने हितों और स्वास्थ्य की रक्षा तथा कानूनी पक्ष रखने का अपेक्षित मौका नहीं दिया गया।