जमशेदपुर, 31 दिसंबर (रिपोर्टर) : टाटा मोटर्स के लिए 2019 काफी चुनौतीपूर्ण रही। सुस्त बाजार के चलते ऑर्डर में गिरावट आयी। उत्पादन को लेकर पूरे एक साल में काफी उतार-चढ़ाव हुआ है। इस पूरे एक साल में 62 हजार से ज्यादा वाहन बनाए गए हैं। इसमें करीब 59 हजार वाहन टेल्को ट्रांसपोर्ट कंपनी एसोसिएशन (टीटीसीए) ने डिस्पैच किए जबकि शेष वाहन टेलर के माध्यम से उनके गंतब्य तक पहुंचाया गया। 2019 में सबसे कम वाहन 2,500 अक्टूबर महीने में बनाया गया है, जबकि सबसे ज्यादा 8000 वाहन मार्च में बना था। वहीं एक समय ऐसा भी आया जब एक माह में 12 हजार वाहनों का निर्माण चुनौतिपूर्ण रही। वहीं बीते साल 2018 में 95 हजार वाहन बनाए गए थे।
आर्थिक मंदी की वजह से जहां कंपनी की वित्तीय स्थिति कमजोर हुई वहीं कर्मचारियों की परेशानी भी रही। ब्लॉक- क्लोजर की वजह से कर्मचारियों का अवकाश समाप्त हुआ तो ठेका मजदूरों व अस्थायी कर्मियों को काम से बैठाया गया। इन सब के बीच जनवरी से दिसंबर-2019 तक 62 हजार से ज्यादा वाहन बनाए गए।
नये साल से दिखेगा सुधार
वर्ष 2019 जहां मंदी के चलते ऑटो सेक्टर का हाल खस्ता रहा। वहीं 2020 में सुधार होने की पूरी उम्मीद है. टाटा मोटर्स को नये साल के जनवरी माह में करीब 6 हजार वाहनों के निर्माण का लक्ष्य बताया जा रहा है। यह आंकड़ा आगे आने वाले महिनों में बढ़ सकता है। जबकि बीते माह 2500 से लेकर करीब 4 हजार प्रतिमाह वाहन का निर्माण हो रहा था।
मार्च 2020 से लागू होगा बीएस 6
इधर केंद्र सरकार के आदेशानुसार मार्च 2020 से पहले सभी वीएस 4 इंजिन वाले वाहनों का निर्माण बंद हो जाएंगे। इसके बाद बीएस 6 वाहन ही बनेंगे। इसकी तैयारियां टाटा मोटर्स कर चुकी है. फिलहाल बीएस 6 वाहनों का ट्रायल जारी है।