मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवास में ट्रांसफॉर्मिंग रूलर इंडिया फाउंडेशन (टीआरआईएफ) जो टाटा ट्रस्ट का एक उपक्रम है, क्षेत्रीय कार्यालय रांची के प्रोग्राम ऑफिसर श्री करीम मलिक एवं श्री श्यामल संतरा ने मिलकर कोरोना संक्रमण (कोविड-19) से निपटने के निमित्त 8400 पीपीई किट सहित अन्य स्वास्थ्य सुरक्षा उपक्रम देकर राज्य सरकार को सहयोग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाए रखने के लिए टाटा ट्रस्ट समूह की यह पहल सराहनीय है। इस समूह द्वारा पीपीई किट, मास्क, थर्मल स्कैनर अन्य मशीन इत्यादि सहयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वव्यापी महामारी कोरोना से निपटने के लिए राज्य के कई औद्योगिक संस्थानों, स्वयंसेवी संस्थानों, सामाजिक संस्थानों और अन्य लोग भी आगे आकर सहयोग कर रहे हैं। इन सभी संस्थाओं को मैं धन्यवाद देता हूं। मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट की इस घड़ी में हम सभी लोग एकजुट होकर आपसी सहयोग के बल पर कोविड-19 से जारी इस लड़ाई को अवश्य जीतेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण मरीजों के इलाज में कार्यरत डॉक्टर्स, नर्स एवं अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के सुरक्षा के दृष्टिकोण से पीपीई किट सहित अन्य मेडिकल उपकरण सरकार द्वारा प्रतिबद्धता के साथ उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थानों द्वारा उपलब्ध कराया जा रहा मेडिकल उपकरण का लाभ भी राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यरत स्वास्थ्य सुरक्षा कर्मियों को मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान समय में बड़ी संख्या में मेडिकल उपकरण की आवश्यकता है। राज्य सरकार इन सभी आवश्यक उपकरणों को उपलब्ध कराने पर विशेष कार्य कर रही है।
इस अवसर पर ट्रांसफॉर्मिंग रूलर इंडिया फाउंडेशन के प्रोग्राम ऑफिसर श्री करीम मलिक ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार कोरोना वायरस से निपटने के लिए सराहनीय कार्य कर रही है। श्री करीम मलिक ने कहा कि टीआरआईएफ प्रतिदिन जरूरतमंद नागरिकों को सुखा राशन भी उपलब्ध करा रही है। यह संस्था राज्य के 11 जिलों में मुख्यमंत्री दीदी किचन में अतिरिक्त पौष्टिक आहार के रूप में सोयाबीन, चना, हरी सब्जी इत्यादि सामग्री भी वितरण कर रही है। उन्होंने कहा कि आज राज्य सरकार को टीआरआईएफ द्वारा 2 करोड़ रुपये की पीपीई किट एवं अन्य मेडिकल उपक्रम उपलब्ध करायी जा रही है। यह मेडिकल उपक्रम राज्य के 16 नक्सली प्रभावित आकांक्षी जिलों में कोरोना वायरस के इलाज में कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को उपलब्ध कराए जाएंगे।
*इस अवसर पर पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर भी उपस्थित थे