जमशेदपुर, 20 मई (रिपोर्टर) : टाटा कङ्क्षमस यूनियन के पूर्व सह स्टीयरिंग कमेटी के सदस्य अरुण ङ्क्षसह के बर्खास्तगी का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। यह विवाद अब राज्य सरकार के पास पहुंच गया है। सोमवार को टाटा कङ्क्षमस वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष कुमार जयमंगल ऊर्फ अनूप ङ्क्षसह ने अरूण ङ्क्षसह के बर्खास्तगी के मामले में झारखंड सरकार के श्रममंत्री सत्यानंद भोक्ता से मिलकर कंपनी प्रबंधन के एकतरफा कार्रवाई को गलत बताते हुे हस्तक्षेप की मांग की है। यूनियन अक्ष्यक्ष अनुप ने पूरे घटनाक्रम को बताते हुए ज्ञापन भी सौपा।
अनूप ङ्क्षसह ने बताया कि कंपनी प्रबंधन की कार्रवाई एकतरफा है। मामले का विरोध कर रहे यूनियन के कमेटी मेंबरों के साथ किया जा रहा व्यवहार ठीक नहीं है। जब यूनियन प्रतिनिधि से ऐसा व्यवहार किया जा रहा है तो कर्मचारियों के साथ भी व्यवहार किया जा सकता है। कर्मचारियों में इसको लेकर भय व्याप्त है। कंपनी के एकतरफा कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। श्रम मंत्री ने पूरे मामले की जांच उपश्रमायुक्त से कराने का भरोसा दिलाया है। जबकि अनुप ने बताया कि मामले पर आगे रणनीति बनायी जा रही है।
बिजय खां ने प्लांट हेड को लिखा पत्र कहा औद्योगिक शांति के लिए खतरे की घंटी
जमशेदपुर, 20 मई (रिपोर्टर) : टाटा कङ्क्षमस कर्मचारी यूनियन के पूर्व महामंत्री अरुण कुमार ङ्क्षसह की बर्खास्तगी मामले पर अब इंटक भी कुद गया है। सोमवार को इंटक के राष्ट्रीय संगठन सचिव तथा कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय खां ने टाटा कमिंस जमशेदपुर लांट हेड मनीष झा को पत्र लिखकर प्रबंधन की कार्रवाई का विरोध किया है। उन्होंने पत्र में कहा है उनकी कंपनी में अंतर विरोधी व्यवस्था के कारण शहर की अन्य कंपनियों में भी औद्योगिक संबंधों पर असर पड़ रहा है जो औद्योगिक शांति के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने सवाल किया है कि कंपनी के बाहर यूनियन प्रतिनिधियों के बीच बकझक और हाथापाई हुई जिससे कंपनी के उत्पादन और उत्पादकता पर कोई असर नहीं पड़ा। ये यूनियन की अंदरुनी मामला है। फिर इस मामले में तीन यूनियन प्रतिनिधियों को दो से 5 दिनों का निलंबन की सजा और एक की बर्खास्तगी क्यों? यह टाटा एथिक्स के खिलाफ है। शहर में इंटक प्रबंधन से वार्ता कर या उन्हें सुझाव देकर औद्योगिक शांति बनाये रखने का काम करता रहा है। लेकिन कङ्क्षमस प्रबंधन ने यूनियन अध्यक्ष अनूप ङ्क्षसह के आग्रह को भी दरकिनार कर दिया। विजय खां ने प्लांट हेड से अरुण ङ्क्षसह की बर्खास्तगी का आदेश वापस लेकर शहर में औद्योगिक शांति बरकरार रखने में सहयोग की अपील की है।
कंपनी में तीन दिनों का ब्लॉक क्लोजर शुरु
: टाटा कङ्क्षमस कंपनी में तीन दिनों के ब्लाक क्लोजर का सोमवार को पहला दिन था। मंगलवार और बुधवार को भी ब्लाक क्लोजर रहेगा। गुरुवार को कंपनी अपने नियमित नियमानुसार खुलेगी। मालूम कि रविवार को साप्ताहिक छुट्टी थी, वही शुक्रवार और शनिवार को कंपनी ने फ्लैक्सी ऑफ दिया था। इस तरह से लगभग 6 दिनों तक अधिकतर मजदूरों को काम से आराम मिला है।