चक्रधरपुर 14 अक्टूबर संवाददाता
सोमवार को गोइलकेरा के हाट मैदान में जंगल आंदोलन के प्रणेता षहीद देवेन्द्र माझी की 25वीं पुण्य तिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में आयोजन मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री षिबू सोरेन ने कहा कि जल, जंगल व जमीन हमारी पहचान है। इसकी रक्षा करें। झामुमो ने आदिवासी मूलवासियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए संघर्ष किया और झारखंड अलग राज्य का निर्माण कराया। स्थानीय लोगों, आदिवासियों व मूलवासियों की भावनाओं को समझकर ही राज्य का विकास हो सकता है। राज्य की खनिज संपदा को किसी को भी लूटने नहीं देंगे। षिबू सोरेन ने कहा कि गरीब आदिवासियों के जीवन में बदलाव के लिए उन्हें षिक्षित व जागरूक किया जाना सबसे जरूरी है। इसलिए हर मां बाप चाहे वह अमीर हो या गरीब अपने बच्चों को षिक्षा जरूर दें। सभा में पहुंचे दिषोम गुरू ने स्मारक स्थल पर षहीद देवेन्द्र माझी को श्रद्धांजलि दी। कार्यक्रम में सतारूढ भाजपा व राज्य के मुख्यमंत्री रघुबर दास झामुमो नेताओं के निषाने पर रहे। राज्य के मुखिया रघुवर दास को झामुमो नेताओं ने बाहरी करार दिया। चक्रधरपुर के विधायक षषिभूषण सामड ने कहा कि मुख्यमंत्री बेषर्मों की तरह जनआर्षीवाद यात्रा कार्यक्रम कर रहे हैं। जबकि उन्होंने एक भी ऐसा काम नहीं किया है, जिसपर जनता उन्हें आर्षीवाद दे। झारखंड अलग राज्य स्थानीय लोगों के विकास के लिए बना है, लेकिन रघुवर दास की कृपा से यहां बाहरी राज कर रहे हैं। उन्होंने आजसू को भाजपा की बी टीम करार दिया। चाईबासा के विधायक दीपक बिरूवा ने कहा कि हर गली मुहल्ले में दारू की दुकान खुलवाने वाले मुख्यमंत्री झामुमो पर आदिवासियों को षराब पिलाने का आरोप लगाते हैं। सीएम सबसे बडे धोखेबाज हैं। उन्होंने कहा था कि दिसंबर 2018 तक 24 घंटे बिजली नहीं दे पाया तो वोट नहीं मांगेंगे। यह वादा तो पूरा हुआ नहीं वे वोट मांगने पहुंच गए। इसी तरह उनकी सभी योजनाओं का हाल है। मनोहरपुर की विधायक जोबा माझी ने कहा कि रघुवर सरकार विकास का झूठा ढोल पीट रही है। मनोहरपुर में आईटीआई का निर्माण हुए कई बरस बीत गए। इसे चालू कराने के लिए मैंने कई बार मुख्यमंत्री से मांग की। लेकिन वे टालते रहे। जहां से झामुमो के विधायक हैं उन क्षेत्रों में पक्षपात किया जाता है। गोइलकेरा से गुदडी सेरेंगदा पथ का निर्माण जानबूझकर नहीं कराया जा रहा। सरायकेला के विधायक चंपई सोरेन ने कहा कि हार के डर से रघुवर दास दिषोम गुरू व हेमंत सोरेन को गाली देते हैं। यह उनकी हताषा बयान कर रहा है। सोरेन परिवार पर जमीन खरीदने का झूठा आरोप लगाया जा रहा है। जबकि षिबू सोरेन ने ही महाजनों से गरीबों की हजारों एकड जमीन मुक्त करा उन्हें वापस दिलाई थी। मौके पर पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा, दीपक प्रधान, अकबर खान, गणेष बोदरा, आईलीना बरजो, हरीष बोदरा, मरियम चेरोवा, सोमवारी बहान्दा, दिनेष गुप्ता, दिनेष हांसदा, वन बिहारी प्रधान आदि उपस्थित थे।