जमशेदपुर : छठ के पावन अवसर पर हिन्दूपीठ जमशेदपुर के अध्यक्ष अरुण सिंह ने शहरवासियों से अपील की है कि प्रकृति के महान पर्व पर प्लास्टिक का उपयोग ना करे. देखा जाता है कि लोग प्लास्टिक के ग्लास में दूध व पानी डाल कर अर्ध्य देते हैं, फिर उस ग्लास को वही नदी या तालाब में छोड़ देते है. पवित्र गंगा जल भी प्लास्टिक के बोतल में मिलता है, लोग उस बोतल से अर्ध्य देते हैं, उसके बाद बोतल को नदी या तालाब में ही फेंक देते हैं.
श्री सिंह ने आग्रह किया कि प्रकृति के इस पर्व में अप्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल न करे. छठ पूजा में लोग नदी और तालाबों में दिये को थर्मोकोल के बने दोने में रखकर प्रवाहित करते है, इसके स्थान पर श्रद्धालु पत्तों के दोना में ही दीप प्रवाहित कर सकते हैं. छठ घाटों पर पटाखो के इस्तेमाल से भी बचना चाहिए. इन छोटी छोटी बातों का ध्यान रखकर हम न केवल अपने प्रकृति की रक्षा करेंगे, बल्कि खुद को भी सुरक्षित रखेंगे.