बारीडीह की जनता को किसान बिल की खामियों के बारे में चौपाल लगा कर बताया गया। रविवार को गुरुद्वारा सिंह सभा मानगो के तत्वावधान बारीडीह गोलचक्कर पर चौपाल का आयोजन किया गया था।
बारीडीह गोलचक्कर पर गुरूद्वारा सिंह सभा मानगो के प्रधान भगवान सिंह ने कहा कि जिस तरह सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है, एक दिन यही किसान बिल सरकार की कब्रगाह बनेगा। तख्त श्री पटना साहिब के उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि कानून वापसी तक आंदोलन निरंतर जारी रहना चाहिये। उन्होंने मौजूदा मोदी सरकार को लताड़ते हुए कहा कि आज पूरे देश के नेताओं और खासकर भाजपा के नेताओं को यह समझना चाहिए कि किसान किस तरह की पीड़ा से गुजर रहे हैं। वरिष्ठ कांग्रेस नेता आनंद बिहारी दूबे ने चौपाल में कहा कि मौजूदा भाजपा सरकार तानाशाही शासन चला रही है और किसान ही नही प्रत्येक जागरूक नागरिक की आह ले रही है। एनसीपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डाँ पवन पाण्डेय ने कहा कि देश की जनता अब यह समझ चुकी है कि यह पूंजीपतियों की सरकार है। आम जनता के हितों यहां कोई सम्मान नही है। कुलविंदर सिंह पन्नू ने भी जनता तो सम्बोधित कर किसान बिल का विरोध किया। अमरजीत सिंह ने पूरी बारीडीह गुरद्वारा कमिटी सहित चौपाल को सफल बनाने में पूरा सहयोग किया। इनके अलावा झारखंड मुक्ती मोर्चा के प्रवक्ता गुरमीत सिंह गिल व वरिष्ठ नेता प्रमोद लाल ने भी अपनी उपस्थिति से चौपाल को सफल बनाया।
मंच का संचालन जसवंत सिंह जस्सू ने किया जबकि राजीव रंजन दुबे, काशिफ़ रजा, प्रताप यादव, त्रिलोक सिंह, हरजिंदर सिंह, हीरा सिंह, चंचल सिंह, तेजपाल सिंह, जितेंद्र मिश्रा, सुखलाल शांडिल, मिंटू प्रसाद, राजेश चौहान, शैलेन्द्र झा, सूरज प्रधान मुख्य रूप से उपस्थित थे।