रांची :22 अक्टूबर इएमएस) राजधानी रांची के झोपड़पट्टी में रहने वाले गरीबों को आज मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पक्के मकान की चाबी सौंपी. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं इस फ्लैट के निर्माण के संवेदक, कर्मचारी एवं मिस्त्रियों को धन्यवाद कहना चाहता हूं साथ ही जुडको के अधिकारी, मेयर एवं सीओ का भी आभार प्रकट करना चाहता हूं. आज सरकार का वादा पूरा हुआ. हमने गरीबों को पक्का मकान देने का वादा किया था, जो आज पूरा हो रहा है.
गरीबों के नाम पर वर्षों राजनीति हुई, लेकिन उनके लिए बुनियादी सुविधा पर किसी ने ध्यान नहीं दिया. जब गरीब आदमी प्रधानमंत्री बना, तो उसने गरीबों का दर्द समझा. 2014 से जब शुरुआत हुई तो काम हुआ 2019 में जब लगा कि योजनाएं धरातल पर उतर रही तो पहले से ज्यादा बहुमत मिला. पीएम मोदी का सपना है कि 2021 तक कोई बेघर ना रहे. गरीब नारकीय जीवन जी रहे हैं. राज्य और केंद्र सरकार मिलकर घर का सपना पूरा कर रही है. अबतक एक लाख 87 हजार से ज्यादा घर बनाने का काम चल रहा है, हमने स्वीकृति दे दी है.
राज्य सरकार ने भी बिरसा आवास योजना शुरू की है. हमने पहाड़ में रहने वाले आदिवासियों को घर दिया. हमने मछुआरों को 9 हजार 6 सौ 80 घर दिये. हमने विधवा बहनों को पेंशन, घर बनाकर दिया है. हमने अबतक कुल 10 लाख 43 हजार 721 लोगों को घर दिया. पीएम मोदी ने गरीबों के लिए जल शक्ति मंत्रालय बनाने का काम भी किया. महिलाएं शौच के लिए शाम का इंतजार करती थी. लेकिन अब स्थिति बदल गयी है. हम पाइप लाइन के द्वारा पहाड़ तक पानी पहुंचायेंगे. हम पानी पर ज्यादा से ज्यादा खर्च कर रहे हैं . चाईबासा में लोग लाल पानी पीते हैं. हम वहां शुद्ध पेयजल की व्यवस्था करवा रहे हैं. सीएम रघुवर दास ने अपने संबोधन में कुछ घोषणाएं भी कीं, उन्होंने कहा कि डेढ़ करोड़ रूपये का धुमकुडयि़ा भवन बनेगा, जहां आदिवासी रह सकेंगे. पहला फेज डेढ़ करोड का होगा. दो दिनों के अंदर शिलान्यास होगा. हम संस्कृति की रक्षा के लिए भी संकल्पित हैं, हम आदिवासी संस्कृति का सरंक्षण करेंगे.
लाभुकों से 50 हजार सिक्यूरिटी मनी ली गयी
जिन लाभुकों को यहां फ्लैट आवंटित किया जायेगा, उन लोगों से निगम द्वारा 50 हजार की सिक्यूरिटी मनी ली गयी है. भवन में भविष्य में अगर कभी रंग-रोगन या छोटा-मोटा कुछ काम करने की जरूरत पड़ी, तो इसी राशि से भवन की मरम्मत करायी जायेगी.